शिमला टाइम
किन्नौर के निगुलसरी में मंगलवार सुबह एक बार फिर चट्टानें गिरने से नेशनल हाइवे 5 बाधित हो गया है। विशालकाय चट्टानें गिरने से यातायात अवरुद्ध हो गया है और सैकड़ों वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
हाल ही में निगुलसरी त्रासदी ने न केवल किन्नौर को बल्कि समूचे हिमाचल को झकझोर कर रख दिया था। 28 बेगुनाह लोगों की जान इस त्रासदी ने ली थी। तब भी रेस्क्यू के दौरान एक बड़ी लापरवाही बरती गई थी जिसे जैसे तैसे ढक दिया गया लेकिन शासन प्रशासन की लापरवाह कार्यप्रणाली वहीं नही रुकी। ऐसा लगता है सरकार व जिला प्रशासन शायद उस से भी बड़ी अनहोनी का इंतज़ार कर रहा है जो आज दिन तक हादसे वाली जगह व उसके आस पास कमज़ोर व लटक रही बड़े चट्टानों को नहीं गिराया गया। जो कभी भी गिर सकते हैं। यह गम्भीर आरोप किन्नौर कांग्रेस प्रवक्ता केसर नेगी ने पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष प्रताप नेगी के साथ रिकोंगपिओ में मीडिया से बात करते हुए प्रशासन पर लगाये।
केसर नेगी ने कहा कि निगुलसरी हादसे के वक़्त ही किन्नौर विधायक जगत सिंह नेगी ने प्रशासन व सरकार से मांग की थी कि अभी भी बहुत सारे चट्टान ऐसे हैं जो कमज़ोर हैं और कभी भी गिर सकते हैं इसलिए उन्हें गिराया जाए। सोमवार को ये अंदेशा जताने के बाद मंगलवार को ही चट्टानें गिर गई और सड़क मार्ग बंद हो गया।
किन्नौर कांग्रेस ने जिला प्रशासन से भी लिखित में मांग की थी कि इस पर कार्रवाई हो। लेकिन शासन प्रशासन कान बन्द कर बैठी है। हादसे के बाद भी बार बार हादसे वाली जगह के आसपास चट्टानों का गिरना निरन्तर जारी है और कई बार बसों व गाड़ियों को नुकसान पहुंचा चुका है।

सोमवार को ही एचआरटीसी की बस पर हादसे वाली जगह ऊपर से चट्टान गिरी और सवारियों को चोट पहुंचाई। यह गनीमत रही कि किसी को गम्भीर चोट नहीं आई है। अब तक लगभग 3 से 4 बार बड़ी अनहोनी होते होते बची है। ऐसे में यह हैरानी की बात है कि प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन आखिर किसका इंतज़ार कर रहे हैं।
केसर नेगी ने मांग की है कि सरकार व प्रशासन शीघ्र निगुलसरी हादसे वाली जगह व उसके आसपास के क्षेत्र में राजमार्ग के ऊपर लटक रही कमज़ोर चट्टानों को क्रमबद्ध तरीके से गिराए अन्यथा किन्नौर कोंग्रेस को मजबूर होकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतरना होगा।