मौसम विभाग के अलर्ट के बावजूद भी प्रशासन की तैयारियां अधूरी, छाजटा बोले- स्मार्ट सिटी शिमला की सड़कें भी ठप, खुली प्रशासन की पोल


शिमला टाइम
बर्फबारी के चलते शहर के साथ ही जिला शिमला में जनजीवन अस्तव्यस्त हो कर रह गया है। आलम यह है कि स्मार्ट सिटी शिमला के साथ ही जिला की सड़कों को बहाल करने में प्रशासन के हाथ खड़े  हो गए है।

जिला कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण अध्यक्ष यशवंत छाजटा ने शनिवार को जारी बयान में यह आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि मौसम विभाग के समय रहते अलर्ट जारी करने के बाद भी प्रशासन की तैयारियां अधूरी नजर आई है।

जिला में बर्फबारी से अवरुद्ध सड़को को बहाल करने और विधुत आपूर्ति को बहाल करने के लिए पर्याप्त संख्या में मशिनिरियो और कर्मचारियों की तैनाती नही की गई है। 

मरीजो को अस्पताल लाना चुनौती बन गया है। कुछ मामले सामने भी आये है , जिसके तहत गर्भवती महिला को अस्पताल लाते हुए वाहन बीच रास्ते मे फस गए। उन्होंने कहा कि प्रशासन और सरकार कुंभकर्णी नीद से जाग आम जनता को राहत देने के लिए उचित कदम उठाए। छाजटा ने कहा है कि बर्फबारी से शिमला सिटी  में ही हालात बदतर हो गए हैं,ऐसे में पूरे जिला की स्थिति क्या होगी, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है।

उन्होंने ने कहा कि शिमला में वाहनों की आवाजाही बाधित  है। लक्कड़ बाजार मार्ग सुबह से ही बंद है।। शहर में स्थानीय लोग और पर्यटकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बसों की आवाजाही ठप होने से लोगों को पैदल ही अपने गंतव्य तक पहुंचाना पड़ रहा है। कांग्रेस नेता छाजटा ने कहा है कि शिमला के सर्कुलर रोड की बात की जाए तो सुबह से ही जाम लगा हुआ है। इससे सरकार की नाकामियों और इंतजामों की पोल खुल जाती है। उन्होंने कहा है कि प्रशासन विधुत आपूर्ति और यातायात व्यवस्था को समय पर बहाल करने में पूरी तरह से नाकाम रहा है।

ग्रामीण  सड़कों को भी करे  बहाल

छाजटा ने कहा कि  ऊपरी क्षेत्र की बात की जाए तो रोहड़ू चौपाल, देहा ,नारकंडा,  खड़ापत्थर में बर्फबारी से यातायात पूरी तरह से ठप पड़ा है। ग्रामीण इलाकों की सड़कों को तो बहाल करने का काम भी शुरू नही हुआ है। ऐसे में सरकार गांवो को जोड़ने वाली सड़के भी बहाल करें।

चौपाल रोहड़ू में विधुत आपूर्ति प्रभावित

छाजटा ने कहा है कि चौपाल, रोहड़ू, रामपुर के साथ ही कुछ अन्य विधानसभा क्षेत्रों में विधुत आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। इससे  लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

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