शिमला टाइम
प्रदेश मेडिकल ऑफिसर संघ की संयुक्त कार्यकारिणी की बैठक वर्चुअल माध्यम से हुई। जिसकी अध्यक्षता प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ राजेश राणा ने की। बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया कि प्रदेश सरकार से बार-बार पिछले 1 महीने से आग्रह करने के बाद और निजी तौर पर मुख्यमंत्री को सौंपने के बावजूद भी सरकार चिकित्सकों के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है और जब वेतन विसंगतियों के लिए सरकार ने पांच प्रदेश के अन्य कर्मचारी संघों को बैठक के लिए बुलाया गया। तब भी प्रदेश के सभी चिकित्सक संघों को दरकिनार किया गया ।
प्रदेश महासचिव डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने सबसे पहले संयुक्त संघर्ष समिति की मांगों का ब्यौरा सभी सदस्यों के सामने रखा और उसके बाद संघर्ष की रूपरेखा बनाई गई। जिसके तहत 10 फरवरी से प्रदेश के सभी चिकित्सक 9:30 बजे से लेकर 11:30 बजे तक पेन डाउन हड़ताल करेंगे और इस पेन डाउन हड़ताल के दौरान अपने अपने जगहों पर गेट मीटिंग और अपनी मांगों को उठाएंगे। संघर्ष 10 फरवरी से शुरू करके पूरे सप्ताह भर चलेगा।

सभी ने एकमत से फैसला किया कि अगर इस दौरान भी सरकार चिकित्सकों को उचित मांगों की तरफ ध्यान नहीं देती है तो इस संघर्ष को और तेज किया जाएगा और संपूर्ण हड़ताल की जाएगी।

प्रदेश महासचिव डॉ पुष्पेंद्र वर्मा ने बताया कि पेन डाउन स्ट्राइक के दौरान आपातकालीन सेवाएं जारी रहेगी। इस बैठक में हिमाचल प्रदेश मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन की तरफ से डॉक्टर राजेश सूद, डॉ मुकुल भटनागर ,डॉ हर्षवर्धन चौहान, रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन की तरफ से डॉक्टर विशाल जमवाल, डॉ मनोज ठाकुर, डॉक्टर अक्षत पुरी हिमाचल प्रदेश वेटनरी ऑफिसर संघ की तरफ से महासचिव डॉ मधुर गुप्ता, हिमाचल प्रदेश डेंटल मेडिकल ऑफिसर संघ की तरफ से डॉक्टर अरुण राणा हिमाचल प्रदेश मेडिकल अफसर संघ की तरफ से उपाध्यक्ष डॉ चांदनी राठौर ,संयुक्त सचिव दुष्यंत ठाकुर, कोषाध्यक्ष डॉक्टर प्रवीण , जिला प्रधान डॉक्टर विकास ठाकुर ,डॉ जितेंद्र रुड़की सचिव डॉ विजय राय, चंबा जिला प्रधान डॉ दिलवाग ठाकुर, डॉक्टर गंगा, डॉक्टर नीरज और अन्य डॉक्टर मौजूद रहे।