शिमला टाइम
कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह के साथ बीते दिन ओल्ड बस स्टैंड में पुलिस कर्मी द्वारा किए गए दुर्व्यवहार का मामला शनिवार को विधानसभा बजट सत्र में भी गूंजा। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने अनिरुद्ध सिंह के साथ पुलिस सब इंस्पेक्टर द्वारा किए गए व्यवहार का मामला उठाया और कार्रवाई की मांग की। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अनिरुद्ध सिंह विधायक है और उनके साथ ओल्ड बस स्टैंड में सब इंस्पेक्टर ने दुर्व्यवहार किया है जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सब इंस्पेक्टर को कहा भी गया कि वे विधायक है उस पर इंस्पेक्टर ने उन्हें कहा कि उन्हें परवाह नहीं। इस तरह का पुलिस का व्यवहार सही नहीं है शिमला पर्यटन स्थल है जहां हजारों पर्यटक आते है। ऐसे में पुलिस को ऐसे अफसरों को ऐसी जगह नहीं लगाना चाहिए जिनका व्यवहार ठीक नहीं हो।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ऐसा वाक्य एक बार जयराम ठाकुर के साथ भी हुआ था जब वह विधायक थे। मुकेश अग्निहोत्री ने सब इंस्पेक्टर को सेवा से निलंबित करने और नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग रखी। सदन में विशेषाधिकार यह मामला रखा और विधानसभा अध्यक्ष से भी मामले पर संज्ञान लेने की मांग की गई है।
वहीं जयराम ठाकुर ने इस पर सदन में कहा कि अनिरुद्ध सिंह के साथ इस प्रकार के व्यवहार को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता। मुख्यमंत्री ने सदन में घटना की जानकारी देते हुए कहा कि विधायक अनिरुद्ध सिंह ने एसपी को शिकायत दी कि ओल्ड बस स्टैंड के पास एक पुलिस कर्मी गाड़ियों को हटा रहा था। अनिरुद्ध सिंह जब उस पुलिस कर्मी के पास गए और उससे बात की लेकिन सब इंस्पेक्टर का व्यवहार ठीक नहीं था। और अन्य चालकों के साथ भी उसका व्यवहार ठीक नहीं था।मुख्यमंत्री ने कहा कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधिकारी को सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुने हुए प्रतिनिधि के साथ किसी को भी इस प्रकार का दुर्व्यवहार करने की इजाज़त नहीं है।

वन्ही अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि 22 तारीख़ को जब वह घर जा रहे थे तो एसआई ने उनके साथ ओल्ड बस स्टैंड में दुर्व्यवहार किया। जिसकी शिकायत दर्ज करवाई गई है। सदन में भी इस मामले को उठाया गया है। एसआई को निलंबित कर दिया गया है।
उधर विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बताया कि विशेषाधिकार हनन कमेटी को ये मामला भेज दिया गया है। कमेटी जांच के बाद आगामी निर्णय करेगी। दोषी पुलिस कर्मी को निलंबित कर दिया गया है। जन प्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार असहनीय है।