शिक्षा मंत्री और डीसी शिमला ने मौके पर जाकर किया निरीक्षण
शिमला टाइम
राजधानी शिमला में भले ही कोरोना वायरस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से सख्त निर्णय ले रहा है। जिला में बढ़ते संदिग्ध मरीजों को देखते हुए प्रशासन सभी तरह से सतर्कता बरत रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए प्रशासन दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों और लोगों पर पूरी तरह से निगरानी रख रहा है। प्रशासन ने इसके लिए मुख्य सड़क संपर्क मार्ग शोघी के पास बैरियर स्थापित कर चैकिंग की जा रही है साथ ही गाड़ियों की सेनेटाइज और लोगों जांच की जा रही है। वीरवार को शिक्षा मंत्री और डीसी शिमला खुद मौके पर जाकर बाहरी राज्यों में से आने वाले वाहनों की निगरानी करने के लिए मौका स्थल पर गए और कर्मचारियों को आने वाली समस्याओं को जाना। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों और लोगों की नियमित तौर पर चेकिंग की जानी चाहिए ताकि किसी तरह से वायरस का संक्रमण शिमला में न पहुंच सके। उधर डीसी शिमला अमित कश्यप ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते शिमला जिला में लॉकडाउन का सख्ती से पालन किया जा रहा है। इसके लिए दूसरे राज्यों से आने वाले वाहनों और लोगों पर पूरी नजर रखी जा रही है। वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मुख्य मार्ग पर बैरियर स्थापित किया गया है जहां पुलिस की टीम के साथ साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम को तैनात किया गया है। जिनके माध्यम से गाड़ियों की ब्लीचिंग पाउडर और डिटर्जेंट डालकर सेनेटाइज किया जा रहा है। इसके अलावा लोगों की वायरस के संक्रमण को देखते हुए स्क्रीनिंग की जा रही ताकि किसी तरह का संक्रमण न फैल सके। उन्होंने बताया कि बैरियर पर रोजाना 100 से ज्यादा गाड़ियों और 200 से ज्यादा लोगों की जांच की जा रही है।
वहीं इस समबंध में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने बताया कि शिमला जिला अभी तक स्थानीय स्तर पर कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण से बचा हुआ हे और इससे बचाव के लिए शोघी बेरिअर पर गाडियों की सेनेटाईजेशन और शहर में प्रवेश करने वाले लोगो की थर्मल सेंसर के द्वारा जांच की जा रही हे ताकी जिले में कोरोना वायरस कोविड 19 के संक्रमण को फेलने से रोका जा सके ।











