शिमला टाइम
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने हिमाचल प्रदेश सरकार पर शैक्षणिक संस्थानों मे भगवाकरण करने का आरोप लगाया है। छात्र संगठन ने भाजपा द्वारा प्रदेश विवि के VC को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाने पर प्रदेश सरकार व भाजपा नेतृत्व को आडे़ हाथ लिया। NSUI के प्रदेश अध्यक्ष छत्तर सिंह ठाकुर ने कहा कि NSUI बीते कई दिनों से प्रदेश विश्वविद्यालय में भगवाकरण को बढ़ावा दिया जाने के खिलाफ मुखर थी, छत्तर ठाकुर ने बताया कि NSUI ने लगातार Vice-Chancellor के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था उनकी अपनी (VC) की योग्यता के खिलाफ लगातार प्रश्न चिन्ह उठाए थे,VC के बेटे की फर्जी तरीके से UGC के नियमों के खिलाफ जाकर Phd.मे दाखिले, इसके अलावा प्रदेश विश्व विद्यालय मे 160+ प्रोफेसरों, गैर शिक्षक वर्ग व outsource के माध्यम से सैकडो़ भर्तियां प्रदेश विश्वविद्यालय में की गई। जिनमें UGC के नियमों की धज्जियां उडा़ई गई, नियमों को ताक पर रख कर गलत तरीके से कई साक्षात्कार किए गए।
विश्वविद्यालय के बुनियादी ढांचे के विकास मे कई घोटाले बाजी की गई। सैनिटाइज़र मशीनों के नाम पर घोटालेबाजी की गई। NSUI ने इन सभी मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जिसके लिए NSUI के तीन पदाधिकारियों को असंवैधानिक तरीके से विश्वविद्यालय से निष्कासित भी किया गया। NSUI के लगातार इन सभी मुद्दों को उठाने के बाद चुनावी वर्ष आते ही अब VC को शिक्षा विभाग से हटा दिया गया, NSUI प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि Vice-Chancellor को राज्यसभा भेजा जाए या लोकसभा लेकिन प्रदेश में सता परिवर्तन तय है और सरकार बदलते ही प्रदेश सरकार से इन सभी गलत तरीके से हुई भर्तियों की तथा विश्वविद्यालय में हुई घोटालेबाजी की जाँच करा कर, दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करवाई जाएगी।
