मुख्य सचिव के भ्रष्टाचार में सीएम बराबर के हिस्सेदार, मामला दबाने का किया जा रहा प्रयास : SS जोगटा

लाखों के गबन पर सीएम करें उच्चस्तरीय जांच,मामले को सीएम की शह पर दबाने का ना हो प्रयास

तीन दिनों के भीतर सीएम ने कार्रवाई न की तो, आप सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन के साथ करेगी

शिमला टाइम

हिमाचल प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार सवालों के घेरे में हैं। एक आरटीआई में प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव पर 60 लाख की अनियमितता के आरोप लगे हैं जिस पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। शिमला में आयोजित एक पत्रकार वार्ता के दौरान आप के प्रदेश प्रवक्ता एसएस जोगटा ने सीएम जयराम सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार चरम पर है। जहां प्रदेश सरकार के कर्णधार ही भ्रष्टाचार को अंजाम दे हैं ऐसे में आम जनता भाजपा सरकार से क्या उम्मीद कर सकती है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के एक कार्यकर्ता ब्रिज लाल ने 8 सितंबर 2021 को सीएम जयराम ठाकुर को लिखी एक शिकायत के माध्यम से राम सुभग सिंह पर आरोप लगाया कि वन विभाग में अतिरिक्त मुख्य सचिव रहते हुए इंटरप्रटेशन सेंटर के भवन निर्माण में भारी गड़बड़ी की गई, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई । शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और प्रधानमंत्री कार्यालय को भी शिकायत पत्र लिखा । उस शिकायत पत्र पर पीएमओ ने इस मामले की जांच के लिए राज्य सरकार को जांच करने आदेश दे दिए हैं। आदेश में मुख्य सचिव राम सुभग सिंह का नाम है।

हैरानी इस बात की है कि ये आदेश 13 अक्तूबर 2021 को केंद्रीय कार्मिक विभाग ने पीएमओ से आए पत्र का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजे थे। तब से लेकर अब तक करीब 7 महीनों से ये चिठ्ठी मुख्यमंत्री कार्यालय में दबी हुई है। उन्होंने कहा कि भवन पर जो खर्च दिखाया गया, उसमें 67 लाख का गबन हुआ है। यानी कि सरकारी खजाने से ये पैसा बिना कार्य के निकाला गया, जोकि इस जांच में बतौर घोटाला प्रकाशित किया गया है। इस सम्बंध में विजिलेंस को भी पत्र लिखा गया है जिसने जांच के आदेश दिए थे लेकिन सरकार ने फाइल को दबा के रखा था। ऐसा लगता है कि इस मामले में सीएम भी एक पार्टनर के तौर पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा,अगर सीएम इन आरोपों पर अगले 3 दिनों में कोई ठोस कार्यवाही नहीं करती तो आप कार्यकर्ता सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करेगी और इसके साथ आप कार्यकर्ता इस भ्रष्टाचार के खिलाफ विधानसभा घेराव भी करेंगे।

उन्होंने कहा कि प्रदेश 65 हजार करोड़ रुपए के कर्ज तले दबा हुआ है लेकिन सरकार अपने खर्चे कम नहीं कर पाई है और प्रदेश के मुखिया की शह पर भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। खुद सीएम ही जांच फाइल को दबा कर बैठे हैं ऐसे में किसी से क्या उम्मीद की जा सकती है। उन्होंने कहा सीएम और मुख्य सचिव मिलकर प्रदेश को लूटने का काम कर रही है और हिमाचल की जनता के साथ छलावा कर रही जिसे आम आदमी पार्टी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी।

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में नगर निगम शिमला और विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं ऐसे में सीएम जयराम ठाकुर भ्रष्टाचार के मामले में फाइल दबा कर हिमाचल की जनता को क्या मैसेज देना चाहती है। उन्होंने बताया कि हिमाचल में आज अराजकता का माहौल बन चुका सरकार अपने खर्चे कम नहीं कर रही है और प्रदेश में लगातार भ्रष्टाचार की कड़ियाँ जुड़ रही हैं। कभी पुलिस पेपर लीक की चैट वायरल हो रही है तो कभी यूनिवर्सिटी पेपर लीक,जेबीटी घोटाला,स्मार्ट सिटी का पैसा व्यर्थ बहाया जा रहा है सरकार के पास न कोई विजन है और न कोई समझ, बेरोजगारी के मुद्दे ओर कोई बात नहीं हो रही है। जिससे आम जनता त्रस्त दिखाई दे रही है जो आने वाले दिनों में भाजपा को करारा जबाब देगी और आम आदमी पार्टी की सरकार बनाएगी।आप प्रवक्ता ने कहा, पार्टी 60 लाख के गबन का पाई पाई हिसाब निकालेगी।

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