शिमला टाइम
3 मार्च को ” पुरानी पेंशन बहाली” के आन्दोलन के दौरान सिरमौर जिला के शिक्षको के द्वारा लगाए गये जिस नारे पर मुख्यमन्त्री को ” जोइया मामा” सम्बोधन से उन शिक्षको पर FIR एव्ं तबादले की गाज गिरी थी। अब वही नारा जिला सिरमौर से ही सम्बंध रखने वाले सरकार के तथाकथित समर्थक एक अन्य शिक्षक द्वारा अपनी फेसबुक पर शेयर किया गया, बल्कि इतना ही नहीं शिक्षक यहीं नही रुके उन्होने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी ” नरिया मामा” से सम्बोधित किया।
अब हिमाचल प्रदेश संयुक्त कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान , महासचिव हीरालाल वर्मा, वित्त सचिव हेमेंद्र गुप्ता, मुख्य सलाहकार विनोद कुमार और कार्यकारिणी के सभी सदस्यों सहित हिमाचल प्रदेश के सभी कर्मचारियों ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री से अब यह प्रश्न पूछा है कि जिस सम्बोधन को मुख्यमन्त्री का अपमान माना गया तथा जिसके लिय माननीय मुख्यमन्त्री ने स्वयं विधान सभा में विपक्ष के नेताओं से भी नाराजगी व्यक्त करते हुए पुछा ” वहाट इज दिस जोइया राम? ” क्या उसी तथाकथित अपमानित समझे जाने वाले सम्बोधन पर अब इस शिक्षक पर भी FIR व तबादले की गाज गिरेगी या सरकार के मान अपमान का भी अलग -अलग मापदंड रखा गया है।
उक्त कर्मचारी नेताओं ने मांग की है कि इस शिक्षक नेता पर भी उसी आधार पर कार्रवाई की जाए जिस आधार पर बाकी कर्मचारियों पर गाज गिरी है।










