शिमला टाइम
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कर्फ्यू लागू रहेगा कोई ढील नहीं दी जाएगी। विपक्ष से आग्रह है कि वैश्विक महामारी में राजनीति न करें। जो सुझाव है उसको लेकर बात करें। राजनैतिक मकसद से उसमें कोई पूर्ति करना चाहे तो वह सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि हम जीवित रहेंगे तो राजनीति होगी। सांसद रामस्वरूप मामले पर पूछे सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि वह घर परिवार से नहीं मिले है, पुराने घर पर क्वारन्टीन है। नेगेटिव से पॉजिटिव मामले में उन्होंने कहा कि पूरे देश मे ऐसे एक नहीं अनेकों मामले आये है। मामले पर अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि जिस व्यक्ति की रिपोर्ट नेगेटिव से पॉजिटिव आई है। उसे घर नहीं भेजा गया था। इंस्टिट्यूशनल क्वारन्टीन किया गया था। आगे भी मरीज को ठीक होने के बाद भी 28 दिन से पहले घर नहीं भेजा जाएगा। ठीक होने के बाद भी 14 दिन का क्वारन्टीन पूरा करना होगा, मरीज की पूरी निगरानी की जाएगी और टेस्ट दोबारा किये जाएंगे।
विधायक राकेश सिंघा के हड़ताल पर बैठने मामले पर पूछे गए सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि सिंघा जो कर रहे है उसके लिए वक्त सही नहीं है। मजदूरों को खाना व राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है। लेकिन असल बात यह है कि मजदूर वापिस अपने राज्यों में जाना चाहते हैं जिसकी सरकार मंजूरी नहीं दे सकती। ऐसे में जब दूसरे राज्यों की सरकारें भी उन्हें बिना क्वारन्टीन प्रवेश की अनुमति नहीं देगी। वहीं हिमाचल से बाहर अन्य राज्यों में फंसे छात्रों के लिए सीएम ने कहा कि अभी 3 मई तक इंतज़ार करना होगा। प्रदेश व अपनी भलाई के लिए थोड़ी और तपस्या कर लें।
सरकार को उनकी चिंता है और संबधित सरकारों से तालमेल स्थापित किया है। सीएम ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में सरकार को आर्थिक रूप से भी बहुत नुकसान हुआ है। सरकार को एक महीने में 450 करोड़ का राजस्व मिलना था लेकिन केवल दस प्रतिशत राजस्व ही प्राप्त हो पाया है।











Its not good Mr.jairam Thakur.you don’t know how to sbaep the students.you are not good CM.you don’t know how to handle the problems. Himachali govt is very shemless.