शिमला टाइम
हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बसों के पहियों की रफ्तार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शिमला दौरे से ठीक एक दिन पहले थम सकती हैं। एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन ने आज काम छोड़ो आंदोलन का एलान कर दिया है। निगम प्रबंधन के साथ आज ड्राइवर यूनियन की बैठक किसी नतीजे पर पहुंचे बिना ही विफल हो गयी है।आज 11:30 बजे निगम प्रबन्धन के साथ ड्राइवर यूनियन की एक अहम बैठक हुई जिसमें छठे वेतन आयोग ,ओवर टाइम और अन्य मांगों पर मंथन हुआ परन्तु ओवर टाइम पर सहमति न बनने के कारण यह वार्ता विफल रही।
एचआरटीसी ड्राइवर यूनियन ने सरकार को 29 मई का अल्टीमेटम दे दिया है और यदि 29 मई तक उनकी मांगे नहीं मानी गई तो रात 12 बजे से बसें काम छोड़ो आंदोलन का आगाज कर देंगे ।ड्राइवर यूनियन ने एक दिन की हड़ताल पर जाने की चेतावनी निगम को दे दी है।
ड्राइवर यूनियन के अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि आज की वार्ता में प्रबंधन ने केवल जून व जुलाई वेतनमान देने की मांग पर हामी भरी उनकी अन्य मांगों को प्रबंधन नजर अंदाज कर रहा है। ओवरटाइम के मुद्दे पर निगम प्रबंधन ने हामी नही भरी। प्रबन्ध निदेशक ने कहा कि पीछे का ओवरटाइम नही दिया जा सकता आगे का जारी रहेगा।जबकि इससे पहले भी एसीएस ने छः माह का ओवरटाइम देने की बात कही थी जो आज तक नही मिला है।जबकि यूनियन ने एक तिथि निर्धारण की बात भी कही इसके विपरीत प्रबंध निदेशक ने ओवरटाइम के लिए कमेटी गठित करने की बात कही जो यूनियन को मंजूर नही है।
उन्होंने कहा हिमाचल प्रदेश सरकार तथा निगम प्रबंधन ड्राइवर यूनियन की मांगों के प्रति नकारात्मक रवैया अपनाए हुए है।उन्होंने कहा कि प्रबन्धन के साथ आज वार्ता में कोई नतीजा नही निकला है प्रबंधन उनकी मांगों को मानने पर तैयार नही है।अगर 29 मई को 4 बजे तक यूनियन को वार्ता के लिए नही बुलाया जाता और मांगे नही मानी जाती तो ड्राइवर यूनियन 29 मई रात्रि 12 बजे से काम छोड़ो आंदोलन का आगाज करेगी और 30 मई रात्रि 12 बजे तक एक दिन की सांकेतिक हड़ताल करेगी।

बता दे कि यूनियन ने 25 अप्रैल को निगम को मांग पत्र सौंपा था। 12 से 19 मई तक प्रदेश भर में ड्राइवर यूनियन ने गेट मीटिंग का आयोजन का आयोजन किया। यूनियन लंबे समय से छठे वेतन आयोग की सिफारिशें लागू करने और 2006 से एरियर जो पेंडिंग है उसे भी एकमुश्त प्रदान करने के साथ ही ओवरटाइम भी देने की मांग कर रही है ।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को शिमला आ रहे हैं। BJP ने उनकी रैली में 50 हजार लोग इकट्ठे करने का लक्ष्य रखा है। ऐसे में यदि बसें नहीं चलती हैं तो इतनी भीड़ जुटना मुश्किल हो सकता है।