शिमला टाइम
कोरोना के इस संकट में हिमाचल स्कूल शिक्षा बोर्ड के कार्यों को हिमाचल सरकार ने खूब सराहा है। लॉकडाउन के बीच अढ़ाई लाख से ज्यादा सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को किताबें घर तक पहुंचाई है। ऐसा करने वाला हिमाचल देश का पहला राज्य बना है। प्रदेश शिक्षा बोर्ड के इस काम की सराहना एमएचआरडी मिनिस्टर रमेश पोखरियाल निशंक की ओर से भी की गई है। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने स्कूल प्रबंधन की मदद से इस कार्य को सफल किया है। फिलहाल अब सरकारी स्कूल के छात्रों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी। सरकार व शिक्षा विभाग ने अभिभावकों से छात्रों को घर पर भी पढ़ाई करवाने की अपील की है। बता दें कि कोरोना के संकट के बीच में जब प्रदेश के स्कूल और कालेज बंद पड़े हैं और ऐसे में छात्रों की पढ़ाई का लगातार भारी नुकसान हो रहा है। हालांकि सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है ,जिससे कि छात्रों की पढ़ाई के नुकसान को कम किया जा सके और इसी को देखते हुए अब प्रदेश शिक्षा बोर्ड की ओर से कोरोना के संकट के बीच में भी सभी छात्रों तक फ्री किताबें पहुंचा दी गई हैं, जिनके माध्यम से छात्र अपनी पढ़ाई को जारी रख पाएंगे। प्रदेश में पहली से आठवीं तक अढ़ाई से तीन लाख के करीब छात्रों को यह किताबें बोर्ड ने पहुंचाई है।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से किए गए इस प्रयास की शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने भी सराहना की है और बोर्ड की उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी है। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि 24 मार्च से ही कोरोना की वजह से लॉकडाउन और कर्फ्यू लगाया गया है। अब इसका तीसरा चरण चल रहा है, ऐसे में स्कूल और कालेजों के छात्रों के पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। कुछ परीक्षाएं छात्रों की हो चुकी हैं और कुछ परीक्षाएं लॉकडाउन के बाद करवाई जानी है।