शिमला टाइम
शिमला जिला परिषद की त्रैमासिक बैठक बचत भवन में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिला परिषद अध्यक्षा धर्ममिला हरनोट ने की।
इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य नीलम सरेक ने शिमला जिला में युवाओं में नशाखोरी की समस्या पर विस्तृत प्रकाश डाला और पुलिस प्रशासन से खंड स्तरीय नशा निवारण समितियों के गठन पर बल दिया ताकि युवा पीढ़ी को नशे के दलदल से सुरक्षित रखा जा सके और नशे के दुष्प्रभावों पर जागरूकता को बढ़ावा मिले।

जिला परिषद सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों में ठोस कचरा प्रबंधन पर विस्तृत चर्चा की और धरातल की समस्याओं पर अधिकारियों को अवगत करवाया ताकि स्वच्छता अभियान को गति प्रदान हो। सदस्यों ने अपने क्षेत्रों में ग्रामीण रूटों पर नियमित बस सेवा की समस्याओं पर हिमाचल पथ परिवहन निगम के अधिकारियों से गहन विचार विमर्श किया और अधिकारियों को ग्रामीणांे द्वारा पेश आ रही दिक्कतों से अवगत करवाया। जिला परिषद सदस्य डी.आर. हास्टा ने कुपवी हरिद्वार बस चलाने की मांग क्षेत्रीय प्रबंधक हिमाचल पथ परिवहन निगम के समक्ष प्रस्तुत की।
जिला परिषद के उपाध्यक्ष सुरेन्द्र रेटका ने सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग से चिरगांव तहसील में आंध्रा नदी के तटीकरण पर बल दिया ताकि स्थानीय लोगों की उपजाऊ भूमि को सुरक्षित रखा जा सके। विभिन्न जिला परिषद सदस्यों ने अपने संबंधित क्षेत्रों में शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग में रिक्त पडे पदों को शीघ्र भरने पर बल दिया ताकि लोगों को घरद्वार पर वर्तमान प्रदेश सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं का लाभ मिल सके।
जिला परिषद की बैठक में लघु एवं सीमांत किसानों द्वारा विपणन एवं भुगतान की समस्याओं पर गहनता से विचार विमर्श हुआ और कृ़िष एवं बागवानी विभागोें को अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए ताकि स्थानीय लोगोें को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके। बैठक में जिला परिषद सदस्यों के प्रश्नों पर विस्तृत चर्चा हुई और मनरेगा के तहत पारित शेल्फ पर गहन विचार विमर्श किया।
इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त अपूर्व देवगन ने सदस्यों का स्वागत किया और विभिन्न विभागों के अधिकारियों को विकास कार्यों से संबंधित आवश्यक दिशा निर्देश दिए ताकि लोगों को उचित सुविधा उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर जिला पंचायत अधिकारी विजय बरागटा, विभिन्न खंडों के खंड विकास अधिकारी व विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।