–पंजाब विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अमरीन कौर के संग बंधेंगे परिणय सूत्र में
शिमला टाइम, उदयपुर
हिमाचल प्रदेश के पूर्व महाराजा और पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र एवं हिमाचल प्रदेश सरकार में मौजूदा सार्वजनिक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह का उदयपुर के पारिवारिक कोर्ट में चल रहा विवाद के निस्तारित होने के साथ ही आपसी सहमति से तलाक हो गया। पूर्व पत्नी को एकमुश्त भरण पोषण के लिए पांच करोड़ से अधिक की राशि दी गई। फैसला होते ही विक्रमादित्य सिंह ने दूसरी शादी की तारीख का ऐलान कर दिया। वे आगामी 22 सितम्बर को चंडीगढ़ में पंजाब विश्विविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर के संग परिणय सूत्र में बंधने जा रहे हैं।
उदयपुर के पारिवारिक न्यायालय क्रम-3 में हिमाचल प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह पुत्र वीरभद्र सिंह बनाम सुदर्शना सिंह के मध्य चल रहे दहेज प्रताड़ना संबंधी मामले में तत्कालीन पीठासीन अधिकारी रामेश्वर प्रसाद चौधरी ने सुलह वार्ता कराई जो सफल रही। दोनों ने आपसी सहमति से तलाक याचिका पेश की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर दोनों के मध्य विवाह विच्छेद कर दिया और दोनों को अपना जीवन यापन करने के लिए स्वतंत्र कर दिया।

उधर, भरण पोषण के मामले में 5 अगस्त को दोनों पक्षों के बीच सहमति बनाकर निस्तारण किया गया। सुदर्शना सिंह को आजीवन भरण पोषण के लिए पांच करोड़ 10 लाख रुपए से अधिक की राशि दिलाई गई। आपसी सहमति से मामले का निस्तारण होने के बाद हिमाचल प्रदेश के पूर्व महाराणा एवं पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की पत्नी पूर्व राजमाता प्रतिभा सिंह ने पुत्र सार्वजनिक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह के विवाह आयोजन की घोषणा करते हुए निमंत्रण पत्र मेहमानों तक पहुंचाने शुरू कर दिए है। विक्रमादित्य सिंह आगामी 22 सितम्बर को पंजाब विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर (साइकोलॉजी) डॉ अमरीन कौर सेखोन के साथ परिणय सूत्र में बंधने जा रहे हैं। विवाह बंधन के इस उपलक्ष में चण्डीगढ़ से सेक्टर-2 स्थित हाउस नंबर 38 में भोज का आयोजन रखा गया है। डॉ अमरीन कौर चण्डीगढ़ के सरदार जोतिन्दर सिंह सेखोन व सरदारनी ओपिन्दर कौर की पुत्री है।


