शिमला टाइम
प्रदेश के लिए राहत की खबर है कि कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के परिवार सहित लिए गए सैम्पल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। सीएम जयराम ठाकुर ने बुधवार शाम को खुद सेल्फ क्वारन्टीन कर लिया था और ऐसे सभी लोगों को भी क्वारन्टीन की हिदायत दी थी जो सचिवालय के उपसचिव व उनके संपर्क में आये थे। फिलहाल सीएम की रिपोर्ट नेगेटिव आने से सभी को राहत मिली है। उधर अधिकारी के संपर्क में आये अन्य लोगों की सैंपलिंग हो रही है। सचिवालय को आज पूरी तरह सेनेटाइज किया जा रहा है। जिसके बाद ही कामकाज शुरू होगा। जबकि उद्योग विभाग का कार्यालय आज बन्द रहेगा ऐसे में जब सचिवालय के यह अधिकारी उद्योग में भी अतिरिक्त कार्यभार देख रहे है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने कहा कि 21 जुलाई को मण्डी जिला से एक व्यक्ति आया था, जो कि जांच में कोरोना पाॅजिटिव पाया गया है। यह सामने आया है कि इस व्यक्ति की शिमला की ट्रैवल हिस्ट्री है और इसने शिमला स्थित प्रदेश सचिवालय में कुछ लोगों से मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा कि बुधवार सुबह इनके सम्पर्कों (काॅन्टैक्ट) की जांच की गई, जिसमें तीन व्यक्ति पाॅजिटिव आए हैं, जिनमें उप सचिव पद पर तैनात एक अधिकारी भी शामिल हैं। पाॅजिटिव लोगों के सम्पर्क में आए सभी लोगों की ट्रेसिंग तथा सेंपल लिए जा रहे हैं और उन्हें होम क्वारन्टीन में रहने का परामर्श दिया गया है।
इन लोगों के पांच दिन बाद पुनः सेंपल लेकर जांच की जाएगी और जांच में नेगेटिव आने के उपरांत ही वह कार्यालय आ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश सचिवालय में मुख्यमंत्री कार्यालय के कर्मचारियों और ओकओवर स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय में कार्य करने वाले लोगों की जांच कर उन्हें होम क्वारन्टीन का परामर्श दिया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां आरंभ की गई हैं। प्रदेश में अधिकांश पाॅजिटिव मामले अन्य राज्यों से आने वाले लोगों से संबंधित हैं। 14 जुलाई को प्रदेश सरकार द्वारा नई मागदर्शिका जारी की गई है तथा प्रदेश में अन्य राज्यों से आने वाले लोगों का प्रोटोकाॅल पुनः निर्धारित किया गया है। अन्य राज्यों से प्रदेश में आने वाले प्रवासी श्रमिकों को संस्थागत क्वारन्टीन किया जाएगा। इसके पश्चात जांच में नेगेटिव आने के उपरांत ही वह संबंधित क्षेत्र में कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाया गया है।
आर डी धीमान ने कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पैरामीटर अन्य राज्यों से बेहतर हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन और भारत सरकार के मापदंडों के अनुसार कोरोना संक्रमण दर पांच फीसदी से कम होनी चाहिए। प्रदेश में व्यापक कोरोना जांच परीक्षण करने के बावजूद कोरोना संक्रमण की पाॅजिटिव दर 1.3 प्रतिशत, जबकि कोरोना संक्रमण की मृत्यु दर 0.84 प्रतिशत है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में प्रति मिलियन 17 हजार सेंपल की जांच की जा रही है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर प्रति मिलियन 11 हजार सेंपल की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अधिक सेंपल की जांच होने के बावजूद पाॅजिटिव मामले कम हैं।