शिमला टाइम
SFI ने माँग रखी एक तरफ तो विश्वविद्यालय प्रशासन स्नातकोत्तर स्तर की परीक्षाएं सितंबर माह से शुरू करवा रही है। वही दूसरी ओर अगर हम देखे तो विश्वविद्यालय में साठ प्रतिशत से ज्यादा विद्यार्थी प्रदेश के कोने कोने से होस्टल में रहते हैं लेकिन अभी तक प्रशासन ने हॉस्टल को लेकर अपनी स्तिथि स्पष्ट नहीं की है। SFI अध्यक्ष रविन्द्र चंदेल ने आरोप लगाया कि जब स्नातक स्तर की परीक्षा करवाने के लिए आप महाविद्यालय में होस्टल खोल सकते हो तो विश्वविद्यालय के क्यों नही। उन्होंने कहा की अगर होस्टल नही खुलते हैं तो छात्रों को मजबूरन बाहर किराये पर कमरे लेने पड़ेंगे जिस से जाहिर तौर पर छात्रों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ेगा। SFI ने ये मांग भी की होस्टलों को खोलने से पहले उनको पूरी तरह सेनीटाइज़ किया जाए साथ ही साथ स्वास्थ्य सुविधाएं वहां पर उपलब्ध की जाए। ताकि छात्र बिना भय के अपनी परीक्षाओ को दे सके। SFI ने जल्द से जल्द इन माँगो को पूरा करने की माँग की है।
