शिमला टाइम
नागालैंड के पूर्व राज्यपाल व पूर्व सीबीआई निदेशक डॉ. अश्वनी कुमार ने शिमला स्थित अपने आवास में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है। अश्वनी कुमार का शव शिमला ब्रॉकहोस्ट स्थित उनके निजी आवास में लटका मिला। शिमला पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। सूत्रों के अनुसार पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें लिखा है कि ‘ज़िन्दगी से तंग आकर अगली यात्रा पर निकल रहा हूं।’

अश्वनी कुमार का जन्म सिरमौर जिला के मुख्यालय में नाहन में हुआ था। वह आईपीएस अधिकारी थे और वर्ष 2006 से 2008 तक हिमाचल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रहे। अगस्त 2008 से नवंबर 2010 के बीच वह सीबीआई के निदेशक रहे थे। अश्वनी कुमार सीबीआई के पहले ऐसे प्रमुख हैं जिन्हें बाद में राज्यपाल बनाया गया था। मार्च 2013 में उन्हें नागालैंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। हालांकि वर्ष 2014 में उन्होंने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद वह शिमला में एक निजी यूनिवर्सिटी के वीसी भी रहे।
जानकारी अनुसार कोरोना लाॅकडाउन के दौरान अश्वनी कुमार पत्नी व बेटे संग मुंबई में थे और हाल ही में शिमला लौटे थे।