शिमला टाइम
निजी स्कूलों के साथ हुई बैठक में शिक्षा विभाग द्वारा दिए निर्देशो से छात्र अभिभावक मंच नाखुश है और आज भी लगातार दूसरे दिन मंच ने शिक्षा निदेशालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और शिक्षा विभाग से निजी स्कूलों को सीधे फीस न वसूलने के निर्देश देने की मांग की। मंच ने आरोप लगाया कि शिक्षा निदेशक ने जो अधिसूचना जारी की है उससे साफ जाहिर होता है कि निदेशक अपनी जिम्मेवारियों से पल्ला झाड़ है। निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों को हर रोज फीस जमा करवाने के लिए दवाब बनाया जा रहा है।

छात्र अभिभावक मंच के संयोजक विजेंदर मेहरा ने कहा कि बीते दिन शिक्षा निदेशक ने निजी स्कूलों को पीटीए के साथ मिलकर बैठक करने को कहा है लेकिन निजी स्कूलों में एक साल से कोई पीटीए है ही नही। उन्होंने कहा कि ऐसे में इस तरह के आदेश देना कही न कही शिक्षा विभाग इस मामले से अपना पल्ला झाड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मार्च के बाद कोई स्कूल नही चल रहा है ऐसे में बिल्डिंग फंड एनुअल चार्जिज और अन्य फंड किस बात के लिए जा रहे है। मंच ने साफ कर दिया है जब तक निजी स्कूलों द्वारा सभी तरह के चार्जिज लेने बन्द नही किए जाते है तब तक मंच अपना विरोध प्रदर्शन जारी रखेगा।

बता दे बीते दिन शिक्षा विभाग ने निजी स्कूलों के साथ बैठक कर पीटीए के साथ बैठक कर फीस के मामले को सुलझाने के साथ ही 15 दिन में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए थे तो वन्ही अभिभावकों को किसी तरह के फीस जमा करवाने के लिए सन्देश न भेजने को कहा है। लेकिन अभिभावक मंच विभाग के इस तरह के फैसले से खुश नहीं है और सीधे निजी स्कूलों को फीस न लेने के निर्देश देने की मांग कर रहा है।