शिमला टाइम, शिमला
उपायुक्त शिमला कार्यालय परिसर के बचत भवन में जिला परिषद की बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता जिला परिषद की अध्यक्ष धर्मिला हरनोट ने की। बैठक में सबसे पहले कुल्लू जिला के बंजार व शिमला जिला के झंझीड़ी में हुई बस दुर्घटना पर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए जिला परिषद सदस्यों ने दो मिनट का मौन रखा।

बैठक में जिला परिषद के सदस्यों ने नशे के बढ़ते कारोबार व प्रवृति को रोकने, जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की दशा सुधारने, परिवहन, पीने के पानी तथा बिजली की कम वोल्टेज को दूर करने बारे मामले उठाए।
सदस्य, नीलम सरैक ने कोटखाई क्षेत्र में नशे के कारोबार व प्रवृति को रोकने बारे मामला सदन में उठाया। उन्होंने कहा कि आज युवा वर्ग तथा स्कूली बच्चे नशे की प्रवृति में फंसते जा रहे हैं। इस विषय पर बैठक में सभी सदस्यों ने विस्तारपूर्वक चर्चा की तथा नशे के बढ़ते कारोबार व प्रवृति पर चिन्ता जताई।
इसका उत्तर देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रवीर ठाकुर ने बताया कि युवावर्ग व बच्चे हमारे देश का भविष्य है तथा नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को समाज के प्रत्येक नागरिक का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि वे ग्रामीण स्तर पर किसी भी नशे के बारे में संलिप्त व्यक्तियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने बताया कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के काॅलेज व स्कूलों में बच्चों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिला स्तर पर नशे के कारोबार व प्रवृति को रोकने के लिए एक समन्वय समिति बनाई जाए, जिसमें पुलिस के साथ-साथ अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को भी सम्मिलित किया जाए।
जिला परिषद सदस्यों ने ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों की हालत को ठीक करने बारे मामले उठाये। अध्यक्षा जिला परिषद ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को कहा कि ऊपरी शिमला क्षेत्रों में सेब का सीजन शुरू होने जा रहा है, इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क सड़कों की मुरम्मत का कार्य शीघ्र किया जाए, ताकि बागवानों को कठिनाई का सामना न करना पड़े।
सदस्य रामलाल खून्द ने ननखड़ी-टुटू-पानी सड़क की मुरम्मत का मामला उठाया, जिस पर लोक निर्माण विभाग के अभियंता ने सड़कों की नालियां ठीक करने तथा कलवट लगाने का आश्वासन दिया।
सदस्यों द्वारा बैठक में जंगलों को आग से बचाने तथा वृक्षारोपण बारे भी चर्चा की गई। इसका उत्तर देते हुए वनमंडलाधिकारी सुशील राणा ने बताया कि जंगलों में वन सम्पदा को आगजनी की घटना से बचाने के लिए स्थानीय लोगों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वन विभाग द्वारा वनों को आग से बचाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाए गए हैं तथा ग्रामीण स्तर पर कमेटियों का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि जो लोग अपनी जमीन पर वृक्षारोपण करना चाहते हो, वहां वन विभाग उन्हें पूरा सहयोग करेगा। उन्होंने सभी सदस्यों से आग्रह किया कि इस बरसात के सीजन में अधिक से अधिक पौधारोपण अपने क्षेत्रों में करवाने के लिए अपने प्रस्ताव वन विभाग को दें, ताकि विभाग द्वारा ज्यादा से ज्यादा पौधे रोपित किये जा सके।
बैठक में विभिन्न मदों पर चर्चा की गई तथा संबंधित विभागों को समयबद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये।
बैठक की कार्यवाही का संचालन जिला पंचायत अधिकारी एवं सचिव जिला परिषद विजय बरागटा ने किया।
बैठक में उपाध्यक्ष जिला परिषद सुरेन्द्र रेटका, जिला परिषद के सदस्य, पंचायत समिति के अध्यक्ष, अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी प्रोटोकाॅल नरेश ठाकुर, एएसपी प्रवीर ठाकुर तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।
.0.