शिमला टाइम
हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ के साथ संस्कृत भारती और हिमाचल प्रदेश राजकीय शिक्षक परिषद के पदाधिकारियों की संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से बैठक हुई । यह जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी दर्शन लाल कालिया द्वारा सुन्दर नगर में जारी प्रैस ब्यान के माध्यम से दी गई । उन्होंने बताया कि बैठक में शास्त्री और भाषा अध्यापकों को टीजीटी पदनाम देने की मुख्य मांग को लेकर चर्चा की गई । इस संबंध में मुख्यमंत्री की तरफ से टीजीटी पदनाम प्रदान करके जिला काडर के दायरे में बिता रहे 14 साल के वनवास को जल्द समाप्त करने की बात कही ।जाहिर है कि शास्त्री और भाषा अध्यापक टीजीटी का दर्जा मिलने के बाद स्टेट काडर में शामिल हो जाएंगे । जिसमें टीजीटी के समान अन्य लाभों के साथ स्थानांतरण के लिए जिला काडर की शर्त नहीं रहेगी। । हिमाचल प्रदेश शिक्षक महासंघ की अगुवाई में निरंतर शास्त्री और भाषा अध्यापकों को टीजीटी पदनाम देने की उठाई जाती रही है । जिसे मुख्यमंत्री द्वारा बजट सत्र में चर्चा करके पूरा करने की बात कही गई है । बैठक में शामिल संयुक्त प्रतिनिधि मंडल में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव पवन मिश्रा, शिक्षक महासंघ के प्रांत उपाध्यक्ष डा0 माम राज पुंडीर , संस्कृत भारती के प्रांत संगठन मंत्री नरेंद्र कुमार ,शिक्षा परिषद के प्रदेशाध्यक्ष डा0 मनोज शैल डा0 जगन्नाथ शास्त्री, डा0 अरूण शर्मा, डा0 सेवक राम शास्त्री भी मौजूद रहे ।