शिमला टाइम
बजट सत्र के चौथे दिन की शुरुआत भी हंगामे के साथ हुई। विपक्षी कांग्रेस विधायक जगत सिंह नेगी की तरफ से पॉइंट ऑफ आर्डर के तहत सदन में विधायकों के निलंबन को रद्द करने का प्रस्ताव लाया और कांग्रेस विधायकों के खिलाफ हुई कार्रवाई को एकतरफा करार दिया।जिस पर विधानसभा ने कहा कि वह व्यवस्था देंगे लेकिन प्रश्नकाल के बाद। लेकिन विपक्ष नहीं माना और सदन के अंदर नारे बाजी शुरू करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया।
विपक्ष के विधायक जगत सिंह नेगी ने कहा सदन में पॉइन्ट ऑफ आर्डर पर चर्चा मांगी थी। लेकिन चर्चा नही मिली जिसके बाद वाकआउट किया गया है। उन्होंने कहा कि इस सारे प्रकरण में सरकार की गलती है। मुख्यमंत्री राज्यपाल को धरने के बीच मे लेकर आए जिसके बाद यह सब हुआ। उसके बाद सरकार ने बहुत कम समय मे सदन बुला लिया जिसमें विपक्ष का पहुचना सम्भव न हुआ। नेगी ने कहा कि यह सारा प्रकरण सुरक्षा में चूक और सरकार की सूझबूझ की कमी के कारण हुआ है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को भी सदन को आगे बढ़ाने और गतिरोध रोकने के लिए आगे आना चाहिए और विपक्ष से बातचीत कर हल निकालना चाहिए।