शिमला टाइम
हिमाचल प्रदेश जलशक्ति विभाग अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ ने प्रदेश सरकार से इस करोना संकट काल मे अवकाश के दिन भी सेवा दे रहे विभाग के कर्मचारियों को करोना योद्धा का दर्जा देने की मांग उठाई है । महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष एलड़ी चौहान, मुख्य सलाहकार बलविंदर कुमार तथा जिला शिमला के महासचिव प्रेम लाल शर्मा ने कहा कि पिछले वर्ष भी करोना संकट के समय जलशक्तिविभाग के कर्मचारियों ने खुद की परवाह न करते हुए हर घर तक शुद्ध पानी समय- समय पर मुहैय्या करवाया, किसी भी व्यक्ति या किसान को जलसंकट से नही जूझना पड़ा। वावजूद उसके, इन कर्मचारियों को करोना योद्धा का दर्जा मिलना तो दूर किसी ने इनकी पीठ तक नही थपथपाई। वर्तमान में यदि देखा जाए तो शिक्षक वर्ग स्कूल बंद होने की वजह से घर पर है तथा कार्यालयों में 50 प्रतिशत में कर्मचारी बुलाये जाते है जबकि फील्ड स्टाफ की रविवार सहित दूसरी किस्म की छुटियाँ भी बन्द है, ताकि जनता को पानी की कमी न आये । एल0ड़ी0 चौहान ने कहा कि विभाग के कर्मी इस संकट काल मे सरकार के हर आदेश को मानते हुए काम करने को तैयार है, लेकिन जिन फील्ड स्टाफ की छुटियाँ बन्द है व खुद की जान की परवाह किये बिना हर घर तक जल पहुंचाने का काम कर रहे है, उन्हें करोना योद्धा का दर्जा दिया जाए ताकि इनका भी हौंसला बढ़ सके। इसमें जलरक्षक, पम्प ऑपरेटर, फिटर, प्लम्बर, बेलदार, हेल्पर, वर्क इंस्पेक्टर, कनिष्ठ अभियंता इत्यादि कई श्रेणियां है जो लगतार फील्ड में डटी है, यदि अस्पतालों में स्वास्थ्य टीम डटी है तो उनतक पानी पहुंचाने के लिए जलशक्ति कर्मी भी डटे हुए है ताकि किसी भी कार्य मे बाधा न आये। एल डी चौहान ने कहा कि बहुत अफसोस होता है इस संकट काल मे सबसे महत्वपूर्ण कार्य निभाने वाले जलरक्षको को कई माह से वेतन नही मिला है, सरकार इस मुद्दे पर भी शीघ्र कड़ी कार्यवाही करें। प्रदेश के जो भी कर्मचारी करोना महामारी से अपनी जान गवां रहे है उनको उत्तर प्रदेश व बिहार राज्य की तर्ज पर 50 लाख का बीमा योजना लाभ दिया जाए ।
2021-05-02
		
	









