शिमला टाइम
देश में बढ़ रहे कोरोना पीड़ित और ठीक हो रहे मरीजों में “ब्लैक फंगस” के मामलों को देखते हुए शिमला आईजीएमसी प्रशासन भी अलर्ट हो गया है और चार डॉक्टर की कमेटी भी इसके लिए बना दी गई है हालांकि अभी हिमाचल प्रदेश में ब्लैक फंगस का कोई भी मामला सामने नहीं आया है लेकिन एहतियात के तौर पर प्रशासन ने पहले ही तैयारी करनी शुरू कर दी है।
आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक जनक राज ने बताया कि आईजीएमसी प्रशासन ने ब्लैक संगत को ध्यान में रखते हुए 4 डॉक्टर जिसमें आंख ,ईएनटी, डेंटल और माइक्रो लॉजी विभाग के डॉक्टर की कमेटी बनाई है ताकि इस तरह के मरीजों का समय पर ईलाज किया जा सके।
शिमला आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डॉ जनक राज ने बताया कि अस्पताल में वेंटिलेटर की कोई कमी नहीं है। आईजीएमसी में अब वेंटिलेटर की संख्या 120 हो गई है।फिलहाल 32 मरीजों का वेंटिलेटर पर इलाज चल रहा है।5-10 वेंटिलेटर को हमेशा रिजर्व में रखा गया है ताकि आपातकाल की स्थिति में मरीज के लिए इसका इस्तेमाल किया जा सके।सरकार लागातार स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने का काम कर रही है ताकि मरीजों की जान को बचाया जा सके।