प्राइमरी हेल्थ सेंटर में डेंटल चिकित्सकों के 230 पद सृजित करेगी सरकार, चिकित्सकों की कमी सदन में उठा मामला

शिमला टाइम

हर साल सैंकड़ो की संख्या में डिग्री पूरी कर निकलने वाले डेंटल चिकित्सकों को रोजगार दिलाने के लिए अब सरकार अतिरिक्त पद सृजित करेगी। नादौन के विधायक सुक्खविन्द्र सुक्खू द्वारा सदन में डेंटल चिकित्सकों की रजिस्ट्रेशन व रोजगार संबधी पूछे गए सवाल के जवाब में कहा गया कि पिछले दो सालों में 31 जनवरी 2020 तक 375 बीडीएस चिकित्सक डेंटल कॉउंसिल में रजिस्टर हुए जिनमें से 25 बीडीएस चिकित्सकों को रोजगार मिला। इस पर कांग्रेस विधायक सुक्खू ने कहा कि हर साल 380 चिकित्सक निकालते है। जिनमें से 7 प्रतिशत को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की संख्या बहुत अधिक है इसलिए इनकी सेवानिवृत आयु 58 होनी चाहिए ताकि नए लोगों को रोजगार मिले। उन्होंने सवाल किया कि क्या सरकार इस पर विचार करेगी। सीएम ने जवाब में कहा कि अब तक 2819 चिकित्सक रजिस्टर हुए है। निजी व सरकारी संस्थानों से जो बीड़ीएस कर रहे है उनकी संख्या 355 है। कुल 342 सृजित पद है। उनमें से 332 पद भरे हुए है।  सीएम ने कहा कि सरकार डेंटल के डॉक्टर नहीं भर पा रही है। आने वाले समय में जो चुनौती होगी। उन्होंने कहा कि प्राइमरी हेल्थ सेंटर में 230 अतिरिक्त पद सृजन करने का मामला चल रहा है, सरकार इस पर विचार कर रही है। जिसे सरकार आगर बढ़ाएगी ताकि नीट जैसी कठिन परीक्षा उतीर्ण कर डॉक्टर की पढ़ाई करने वाले युवाओं को नौकरी मिल सके। इस पर विधायक राजीव बिंदल ने सुझाव दिया किया एडमिनिस्ट्रेशन जॉब के लिए डेंटल चिकित्सकों के लिए प्रशिक्षण शुरू किया जाना चाहिए। इस पर सीएम ने कहा कि सरकार मामले ओर विचार करेगी। इस 
सुक्खू ने पूछा कि जो नए मेडिकल कॉलेज खुले है उसमें  डॉक्टर की सेवानिवृत आयु 58 की जाएगी क्या? जिस पर सीएम ने कहा मामले पर सरकार विचार करेगी।

जबकि इससे पूर्व पच्छाद की विधायक रीना कश्यप ने चिकित्सकों के रिक्त पदों का संबंधित सवाल पूछा था और कहा कि राजगढ़ में इंटरव्यू में 7 चिकित्सकों की नियुक्ति हुई थी जिन्होंने जॉइन नहीं किया। जिस पर सीएम ने कहा कि जहां पर ऐसे मामले तुरंत चिकित्सक पहुंचे और काम संभाले। उन्होंने कहा कि इंटरव्यू में प्रदेश के बाहर के राज्य के चिकित्सक भी अपीयर हो रहे है जो बाद में कई बार नियुक्ति होने पर जॉइन नहीं करते। उन्होंने कहा कि सभी को नियमो का पालन करना पड़ेगा।

मामले पर रेणुका जी के विधायक विनय ने कहा कि सिरमौर जिला में अधिकांश पीएचसी खाली पड़ी है। मरीजों को केवल रेफर करने का काम किया जा रहा है। इस पर सीएम ने कहा कि सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जाते जाते राजनीतिक मकसद से अंधाधुंध स्वास्थ्य केंद्र खोल दिये। जिसका ये नतीजा है। ऐसी भी कई पीएचसी है जो 2007 में खोल दी और स्टाफ अभी तक नहीं है। उन्होंने कहा कि अब हमारी सरकार इन्हें संचालित करेगी।

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