जातीय भेदभाव पर विधानसभा सदन गर्माया, विपक्ष ने किया वाकआउट

शिमला टाइम

प्रश्नकाल के बाद सदन में विपक्ष की तरफ से जातीय भेदभाव मामले को लेकर पॉइंट ऑफ आर्डर के तहत सदन में मंडी के बल्ह में एक दलित परिवार के घर कुल देवता के कार्यक्रम के दौरान जातीय भेदभाव मामले पर चर्चा की मांग की।
कांग्रेस विधायक नंदलाल ने कहा कि प्रदेश में दलित वर्ग के लोगों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं बढ़ रही है।सरकार ऐसे मामलों पर गंभीर नही है।मंडी बल्ह की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि दलित परिवार की रसोई में पानी फैंका गया, कार्यक्रम के लिए बनाया गया खाने को लात मार दी और जातिसूचक शब्द भी कहे।व्यक्ति बीजेपी का पूर्व पदाधिकारी है।प्रदेश में बीजेपी सरकार मनु वाद की स्मृति से ग्रस्त है।

नंदलाल ने विषय पर विस्तृत चर्चा की मांग की।जिस पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मामला दुर्भाग्यपूर्ण है इस तरह के मामले में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवरात्रि के दिन भी इस तरह की घटना घटित हुई ।जिला परिषद का सदस्य है और कांग्रेस का पदाधिकारी है हालांकि यह बात अलग है।किसी भी दल का व्यक्ति इस तरह की घटना को अंजाम देता है तो वह निंदनीय है।


जिसके खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दिया है और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।इससे पहले के मामले में भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है और भविष्य में भी इस तरह की घटनाओं में संलिप्त लोगों के खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी।लेकिन विपक्ष जवाब से संतुष्ट नहीं हुआ और सदन में नारेबाजी शुरू कर दी और सदन से वाकआउट कर दिया।
मामला यंही नहीं रुका विपक्ष जैसे ही सदन के अंदर लौटा तो मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष में फिर से मामले को लेकर तू तू मैं मैं शुरू हो गयी और सदन में कुछ देर के लिए गतिरोध बढ़ गया।विधानसभा अध्यक्ष ने मामले को शांत करवाया और सदन की कार्यवाही को चलाने के लिए दोनों पक्षों से सहयोग की अपील की।

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