शिमला टाइम
बजट पर चर्चा के दौरान सुजानपुर के विधायक राजेन्द्र राणा ने कहा कि ये सरकार तीसरा बजट है जिसमें कुछ नई चीजें है लेकिन बजट कट पेस्ट है। पिछले बजट की घोषणाएं धरातल पर नहीं उतरी है। दृष्टि पत्र में आम जनता से किये वायदों पर सरकार खरी नहीं उतरी है। कर्मचारियों, पंचायत, खेल से संबधित बहुत सी ऐसी योजनाएं है जिस पर सरकार खरी नहीं उतरी। जबकि जनता उम्मीद लगाए बैठी है। स्वर्णिम वर्ष बनाने की घोषणा पर उन्होंने कहा किपूर्ण राजतत्व के 50 साल में विकास की दृष्टि से प्रदेश ने छलांग लगाई है। इसमें यदि इंदिरा गांधी की भी चर्चा की जाती तो और भी अच्छा होता। क्योंकि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या है जिस पर सरकार को काम करने की आवश्यकता थी। जो कि न सरकार ने पहले किया और न ही उनके लिए इस बजट में कुछ खास नहीं। वहीं कर्मचारियों की बात करें तो भाजपा ने अनुबन्ध काल 2 साल करने का वायदा किया था को की पूरा नहीं किया। बल्कि कांग्रेस ने हमेशा अनुबन्ध कार्यकाल को कम किया। मंडी एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि 1 हजार 13 करोड़ रुपये हवाई अड्डे और रेलवे बनाना कांग्रेस का जिम्मा है। यदि प्रदेश सरकार इसको कर्ज लेकर निभाने की कोशिश करेगी तो प्रदेश कर्जे में डूबता जाएगा और शेष विकास कार्य रुक जाएंगे। डबल इंजन सरकार की बात की जाती है प्रदेश सरकार कोशिश करे कि ऊना इंजन भी स्टार्ट करें। हजारों की तादाद में उद्योग बन्द हो गए। हजारो युवा बेरोजगार हो गए। इससे टैक्स पेयर की संख्या कम हो गई। सरकार की गलत नीतियों के कारण सरकार घाटे में जा रही है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने भी कर्ज लिया जिसका हर मंच पर बीजेपी विरोध करती रही। ओर सत्ता में जब खुद आई तो कर्ज पर कर्ज ले रही है जबकि अब तो डबल इंजन सरकार है। इस सरकार में सुजानपुर में एक भी ईंट नहीं लगी। जिसके शिलान्यास हुए उसके काम एक इंच भी आगे नहीं बढ़े। सरकार सभी विधानसभा क्षेत्रों में बिना भेदभाव के विकास कार्य करें। वर्तमान में एक विधानसभा क्षेत्र में पैसा डाइवर्ट किया जा रहा है। राजेन्द्र राणा ने कहा कि सरकार द्वारा पेश किया गया बजट का हाल नई बोतल में पुरानी शराब जैसा है।