शिमला टाइम
आईजीएमसी कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के समक्ष रखा है। रेगुलर पे स्केल की बात हो या रिक्त पद, मामले को गंभीरता से लेने की मांग कर्मचारियों ने की है। शिमला के स्थानीय विधायक हरीश जनारथा के नेतृत्व में संघ के प्रधान हरिंद्र मेहता ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा है।
हरिंद्र मेहता ने बताया कि अस्पताल में यदि रिक्त पदों की बात करें तो वर्तमान में नर्सिंग स्टाफ, पेरामेडिकल, मिनिस्ट्रियल व स्पोर्टिंग स्टाफ सहित चतुर्थ श्रेणी के 1971 पद स्वीकृत है। जिनमें से वर्तमान में 795 पद रिक्त चल रहा है। जिससे प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में आने वाले रोगियों को कहीं न कहीं खामियाजा भुगतना पड़ रहा है और स्टाफ पर काम का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से रिक्त पड़े पदों को शीघ्र भरने की मांग की है। साथ ही रोगी कल्याण समिति के तहत सेवाएं दे रहे कर्मचारियों के लिए रेगुलर पे स्केल की मांग की है।
आई.जी.एम.सी.अस्पताल एवम् सहयोगी अस्पताल दंत चिकित्सक महाविद्यालय अस्पताल के प्रधान हरिन्द्र सिंह मैहता की अध्यक्षता में वरिष्ठ उपप्रधान कल्पना राचैक, उपप्रधान भरत गुप्ता, महासचिव हनीश ठाकुर, सयुंक्त सचिव रंजीत कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष अरविन्द पाल, प्रेस सचिव सन्नी चौहान, मुख्य सलाहकार हरिप्रिया, नर्सिंग एसोसिएशन के प्रधान शीतल श्रीवास्तव, वरिष्ठ उपप्रधान मीरा चौहान, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रधान मोहनलाल कश्यप, महासचिव अनिल कुमा, डेंटल कॉलेज के प्रधान निधि शर्मा, महामंत्री संतोष शर्मा व अनिल कुमार संघ द्वारा शिमला शहरी के विधायक हरीश जनारथा के माध्यम से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को IGMC के ज्वलंत मुद्दों को उनके समक्ष रखा।

इस दौरान रोगी कल्याण समिति के कर्मचारियों को रेगुलर पे स्केल दिए जाने को लेकर स्वास्थ्य सचिव से भी इस मुद्दे पर गहनता से विचार-विमर्श किया गया तथा उन्होंने इस विषय को लेकर गंभीरता दिखाते हुए इसे तुरंत प्रभाव से अमन में लाने का भरपूर आश्वासन दिया।
