बागवानी विभाग ने दिया 85 प्रतिशत अनुदान, पुणे में कराई ट्रेनिंग शिमला टाइम, ऊना कहते हैं हिम्मत-ए-मर्दा, मदद-ए-खुदा। ऐसा ही एक उदाहरण है, ऊना जि़ला के कुठार कलां के रहने वाले रविंद्र शर्मा का। कोरोना संकटकाल के चलते 13 वर्ष तक नौकरी करने के उपरांत अपने घर लौटे रविंद्र शर्माContinue Reading