शिमला टाइम
राजधानी शिमला में सफाई व्यवस्था चरमरा सकती है। नगर निगम शिमला में कार्यरत सफाई कर्मचारी मांगों को लेकर एमसी प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। नगर निगम के नियमित सफाई कर्मचारी और सैहब कर्मचारियों ने एमसी डिप्टी मेयर और नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन सौंपा है जिसमें सफाई कर्मचारियों ने आउटसोर्स पर की जा रही भर्तियों का विरोध किया है। साथ ही एमसी में 5 साल पूरे करने वाले कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की है। सफाई कर्मचारी यूनियन ने प्रशासन से मांग की है कि यदि एक सप्ताह के भीतर यूनियन की मांगों को नहीं माना गया तो 24 दिसंबर के बाद हड़ताल पर चले जायेंगे जिससे शहर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा जाएगी।
एमसी नियमित सफाई कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष नागेश ने कहा कि इससे पहले नगर निगम आयुक्त को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया है लेकिन फिर भी एमसी में सफाई कर्मचारियों को आउटसोर्स पर भरा जा रहा है जिससे सीधे ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने का काम किया जा रहा है ओर ठेकेदारी प्रथा को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि ऍमसी प्रशासन एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगों को नहीं मानता है तो वे हड़ताल पर चले जायेंगे जिसके लिए एमसी प्रशासन जिम्मेदार होगा।