शिमला टाइम
प्रधानमंत्री सुरक्षा मामले में शिमला ग्रामीण के विधायक विक्रमादित्य सिंह ने पंजाब सरकार निशाना साधा है और सुरक्षा में हुई चूक को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। साथ ही इसे पंजाब सरकार का बड़ा फेलियर बताया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया है कि मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने यह भी लिखा है कि इस घटनाक्रम को राजनीति से न जोड़ा जाए।
ऊना से विधायक सतपाल सिंह रायजादा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर विक्रमादित्य की पोस्ट को शेयर करते हुए कहा है कि “कांग्रेस पार्टी के नेता अपनी पार्टी और अपने नेतृत्व पर बिना सोचे समझे सवाल उठा देते है। जबकि भाजपा के नेता पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के साथ साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी और कॉंग्रेस पार्टी को गालियां निकाल रहे है। एक तरफ कार्यकर्त्ता हम जैसे नेताओ की लडाई लडते है। अगर हम भाजपा की धोखाधडी के खिलाफ आवाज नहीं उठा सकते और कार्यकर्त्ता का साथ नहीं दे सकते तो कम से कम चुप ही रह ले। कहां थे यह लोग जब 800 किसान मर गए। कहाँ थे यह लोग जब 45 फौजी श्रीनगर मे शहीद हुए। कोई नहीं बोला तब और अगर कोई दोषी है खुद भाजपा और इन के अमित शाह। कभी इन के नेताओं को देखा अपने नेताओ का विरोध करते। भाई हम को भाजपा द्बारा लगाए अरोपो के दुरुपयोग के खिलाफ लड़ाई लड़नी है ना कि अपनों के खिलाफ।”