शिमला टाइम, रामपुर
रामपुर जल विद्युत स्टेशनए बायल द्वारा कोविड-19 संबंधित नियमों की अनुपालना के अनुरूप 73वाँ गणतंत्र दिवस समारोह विधीवत हर्षोल्लास से मनाया गया। इस समारोह में परियोजना प्रमुख/मुख्य महाप्रबंधक मनोज कुमार एवं उनकी धर्मपत्नी अनामिका कुमार मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। समारोह का शुभारंभ मनोज कुमार ने राष्ट्रीय ध्वज फहरा कर किया एवं सीआईएसएफ, हिम्पेस्को के जवानों द्वारा परेड की गई एवं राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी गई।
परियोजना प्रमुख ने सर्वप्रथम उपस्थित जनसमूह को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस दिन का हमारे जीवन में विशेष महत्व है क्योंकि 26 जनवरी 1950 को देश में भारतीय संविधान को लागू किया गया था तथा भारत एक लोकतांत्रिक, संप्रभु तथा गणतंत्र देश घोषित किया गया। आगे उन्होंनें बताया कि भारत का संविधान एक ऐसा सजीव ग्रन्थ है, जिसमें पिछले 72 वर्षों में चाहे जितने भी बदलाव आए मगर भारतीय संविधान ने इस देश को कभी दिशाहीन नहीं होने दिया और इस देश के सभी वर्गों को, सभी विचारधाराओं को, सभी धर्मों और सम्प्रदायों को एकजुट रखा और बिखरने नहीं दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि रामपुर एचपीएस विद्युत उत्पादन के नित नए उच्चतम मापदण्डों को स्थापित कर रहा है।
एसजेवीएन की रामपुर परियोजना ने गत दो तिमाहियों में जुलाई 2021 में 944.740 मिलियन यूनिट एवं अक्टूबर 2021 में 322.950 मिलियन यूनिट उत्पादन का अब तक का सर्वश्रेष्ठ मासिक कीर्तिमान स्थापित किया । उन्होंने उम्मीद जताई कि इस वर्ष क्मेपहद म्दमतहल का लक्ष्य फरवरी माह के दूसरे सप्ताह तक प्राप्त कर लिया जाएगा। वर्तमान में परियोजना की मशीनों की मुरम्मत चल रही है जिसमें से 2 इकाईयों की मुरम्मत 14 दिनों के भीतर सफलतापूर्वक कर ली गई हैं।
उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि एसजेवीएन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्द लाल शर्मा की अगुवाई में एसजेवीएन देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी अपना परचम लहरा रहा है। एसजेवीएन ही भारत की एकमात्र जल विद्युत कम्पनी है, जिसने पड़ोसी देशों- भूटान और नेपाल में अपनी उपस्थिति दर्ज की है। नन्द लाल शर्मा जी के कुशल नेत्तृत्व में एसजेवीएन अभी 16,435 मेगावाट की विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य कर रही है तथा दिन दुगनी और रात चौगुनी तरक्की कर रही है।
एसजेवीएन प्रबंधन के कुशल नेत्तृत्व एवं दिशा- निर्देशों के अनुरूप ब्ैत् नीति के तहत रामपुर परियोजना द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में अब तक 8964 लोगों की स्वास्थ्य जांच की जा चुकी है। परियोजना प्रभावित पंचायतों में आधारभूत ढांचों के तहत दूरदराज़ के क्षेत्रों में रू0 14.50 लाख की लागत से 150 सोलर स्ट्रीट लाइट एवं रू0 54.50 लाख की लागत से 10 हाई मास्ट सोलर लाइट को स्थापित किया गया है। इसके अतिरिक्त सामुदायिक भवन, महिला मंडल भवन, पक्के रास्ते, खेतों में सिंचाई हेतु कुहल इत्यादि का निर्माण भी किया गया। कौशल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत परियोजना प्रभावित पंचायतों के 20 युवाओं को सरकारी आईटीआई में प्रायोजित किया गया। सरकारी स्कूलों एवं सार्वजनिक स्थानों पर 25 शौचालयों का निर्माण किया गया जिसमें रू0 40 लाख की राशि खर्च की गई। वित्तीय वर्ष 2021-22 की अवधि के दौरान परियोजना चिकित्सालय बायल में दन्त चिकित्सा इकाई का संचालन भी शुरू किया गया और इसके अंतर्गत 1032 लोगों का उपचार किया गया। इसके अतिरिक्त ग्.त्ंल इकाई का संचालन शुरू किया गया जिसमें अब तक 25 लोगों ने लाभ उठाया है। फिजियोथेरेपी सेवा के तहत 1110 लोगों ने लाभ उठाया है।
परियोजना प्रमुख ने परियोजना प्रभावित क्षेत्र के सभी देवी- देवताओं को नमन किया तथा परियोजना प्रभावित परिवारों, गांवों व अन्य स्थानीय लोगों का धन्यवाद किया जिनके सहयोग से यह परियोजना निर्बाध रूप से देश की उन्नति में निरन्तर अपनी अहम भूमिका अदा कर रही है।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर अांतर विभागीय समूहगान प्रतियोगिता ‘‘तिरंगा’’ का आयोजन किया गया जिसमें देश भक्ति से ओत-प्रोत गीतों की प्रस्तुतियाँ कार्मिकों द्वारा दी गई। इस प्रतियोगिता में कुल 7 विभागीय टीमों ने भाग लिया। विजेता प्रतिभागियों एवं अन्य प्रस्तुतियों के प्रतिभागियों को परियोजना प्रमुख द्वारा पुरस्कृत किया गया।