शिमला टाइम
ओपीएस की बहाली को लेकर शिमला में कर्मचारियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। विधानसभा के घेराव के लिए हजारों कर्मचारी टूटीकंडी से विधानसभा के लिए रवाना हुए जिन्हें 103 पर पुलिस बल ने रोक लिया है।कर्मचारियो ने चक्का जाम कर दिया है। विपक्ष ने सत्तापक्ष पर जबरन आंदोलन को कुचलने का आरोप लगाया है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि कर्मचारी प्रदेश की रीढ़ है। सरकार ओपीएस को लेकर कर्मचारियों को कुचलने के काम कर रही है। बाजपेयी ने जीवन का सबसे गलत फैसला ओपीएस को बंद करने का किया। सरकार ने पहले बिना परमिशन के कर्मचारियों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी और दंडात्मक कार्यवाही की चेतावनी दी। प्रदेश में माफिया राज पर कार्यवाही करने के बजाए सारी फोर्स कर्मचारियों को रोकने को लगा दी। मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों को भाजपा कांग्रेस में बांट दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार जाने वाली है। कांग्रेस की सरकार जब बनेगी तो ओपीएस को लागू किया जाएगा। सरकार को सभी निरकुंश अदिसूचनाओं को रद्द करके कर्मचारियों की मांगों को सुनना चाहिए। भाजपा ने कर्मचारियों को पहले भी कुचला है आज भी यही देखने को मिला है। यह हिमाचल प्रदेश के लिए काला दिन है जब कर्मचारियों के आंदोलन को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।