शिमला टाइम
:केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मोदी सरकार द्वारा कोरोना आपदा को देखते हुए सांसदों व मंत्रियों के वेतन,भत्ते व पेंशन में कटौती को स्वागत योग्य कदम बताते हुए इससे के कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई को बल मिलने की बात कही है।
अनुराग ठाकुर ने कहा”आज पूरी दुनिया कोरोना वायरस की चपेट में है और इस इस वैश्विक आपदा से निपटने के लिए सभी देश युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।हमारा देश भी इस से अछूता नहीं है जिसे देखते हुए देश की मोदी सरकार अपने नागरिकों को स्वस्थ व सुरक्षित बनाए रखने के लिए सभी सम्भव उपाय कर रही है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कोरोना से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री समेत सभी कैबिनेट मंत्रियों और सांसदों के वेतन ,भत्तों व पूर्व सांसदों के पेंशन में में एक वर्ष तक 30 फीसदी की कटौती करने का फैसला लिया है। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यों के राज्यपालों ने भी स्वेच्छा से सामाजिक ज़िम्मेदारी के रूप में वेतन कटौती का फैसला किया है। यह धनराशि भारत के समेकित कोष में जाएगी जिसका उपयोग कोरोना आपदा से निपटने के लिए किया जायेगा। चुने हुए जनप्रतिनिधि के तौर पर मैं वेतन ,भत्ते और पेंशन में भारत सरकार द्वारा की गई कटौती का स्वागत करता हूँ व इस कदम के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देता हूँ”
आगे बोलते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा”इसके अतिरिक्त अपने संसदीय क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए हर सांसद को मिलने वाली सांसद निधि अगले 2 वर्षों तक का उपयोग कोरोना आपदा से निपटने के लिए किया जायेगा। यह मोदी सरकार द्वारा उठाया गया एक महत्वपूर्ण व प्रशंसनीय
कदम है।भारत सरकार कोरोना से निपटने के लिए सभी ज़रूरी व प्रभावी कदम उठा रही है ।यह वक्त पूरी एकजुटता के साथ इस आपदा से निपटने व अपनी राष्ट्रीय एकता को दिखाने का है। इस समय हमें पूरे संयम और दृढ़ संकल्प के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा सुझाए सभी उपायों का कड़ाई से पालन करने की आवश्यकता है।सतर्कता से ही कोरोना के संक्रमण की रोकथाम संभव है।हम स्वयं संक्रमित होने से बचेंगे और दूसरों को भी संक्रमित होने से बचाएँगे व हम सब मिल कर कोरोना को हरायंगे।