शिमला टाइम
धर्मशाला विधान सभा गेट में खालिस्तानी झंडे और नारे लिखने के मुद्दे पर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर हमला तेज कर दिया है। कांग्रेस ने खालिस्तान के विरोध में शिमला में धरना प्रदर्शन किया और खालिस्तान का झंडा भी जलाया। कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने मामले की जांच एनआईए से करवाने की मांग की है और खालिस्तान को गम्भीरता से लेने की बात कही है।
विक्रमादिय सिंह ने कहा कि लोकतंत्र के मन्दिर विधान सभा में खालिस्तान के झंडे और नारे लिखा होना सरकार की सुरक्षा एजेंसियां पर सवाल खड़े करता है। अगर सरकार की सुरक्षा एजेंसियां विधान सभा की सुरक्षा नहीं कर सकती है तो आम लोगों की सुरक्षा व्यवस्था का क्या होगा। इससे पहले भी खालिस्तानी धमकियां मिल चुकी है लेकिन प्रदेश सरकार ने गम्भीरता नहीं दिखाई। यह प्रदेश और देश की सुरक्षा से जुड़ा हुआ विषय है जिसमें सरकार को कड़ी कारवाई करनी चाहिए।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि चुनाव के वक्त इस तरह की घटनाएं सामने आती हैं जिससे भाजपा की मंशा पर भी शक होता है। प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा लीक होने, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए भाजपा इस तरह के हथकंडे भी अपनाती है इसलिए घटना की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।