जयराम ठाकुर का जलवा सिर्फ अपने गृह जिला मंडी तक सीमित, 8 मंत्री अपनी सीट बचाने में भी नाकाम

शिमला टाइम

हिमाचल विधानसभा चुनाव के परिणामों में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिल गया है। सत्ता में फिर से आकर रिवाज बदलने का दावा करने वाली जयराम सरकार के अपने मंत्री तक जीत नहीं पाए। जयराम कैबिनेट के केवल दो मंत्री सुखराम चौधरी और बिक्रम ठाकुर अपनी सीट बचाने में कामयाब रहे। जबकि अन्य सभी मंत्रियों के किले ध्वस्त हो गए। वहीं भारी रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल करने वाले जयराम ठाकुर का जलवा सिर्फ अपने गृह जिला मंडी में दिखा। जहां पर 10 में से 9 पर बीजेपी के विधायक काबिज हुए है लेकिन एक सीट जो हार का शिकार भी हुई वो मंत्री महेंद्र ठाकुर के बेटे रजत की। माना जा रहा है कि यहां लोगों ने परिवारवाद को नकारते हुए महेंद्र ठाकुर के परिवार की राजनीति को खत्म कर दिया है।

भाजपा के इन आठ मंत्रियों को मिली करारी हार

राकेश पठानिया
नूरपुर के विधायक और वन मंत्री रहे राकेश पठानिया फतेहपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार भवानी सिंह पठानिया से हार गए। भवानी को 33238 वोट मिले तो राकेश को 25884 वोट मिले।

सुरेश भारद्वाज
शहरी विकास मंत्री और कसुम्पटी विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुरेश भारद्वाज हार गए। सुरेश भारद्वाज को शिमला शहरी की जगह कसुम्पटी से उतारा गया, जहां कांग्रेस के अनिरूद्ध सिंह ने उनको 10 हजार से भी ज्यादा वोटों से मात दी।

गोविंद सिंह ठाकुर
गोविंद सिंह ठाकुर भी मनाली विधानसभा सीट से हार गए। तीन बार लगातार जीत हासिल कर चुके गोविंद सिंह ठाकुर बीते 15 सालों से गोविंद ठाकुर ही यहां विधानसभा चुनावों में अपनी पकड़ बनाए हुए थे, लेकिन कांग्रेस के भुवनेश्वर गौड़ से लगभग 3 हजार वोटों से जीत हासिल कर ली।

वीरेंद्र कंवर
ग्रामीण विकास, पंचायती राज, कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन विभाग के मंत्री रहे वीरेंद्र कंवर भी जीत नहीं सके। कांग्रेस के उम्मीदवार देवेंद्र कुमार भुट्टो ने 7 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की है। साल 2017 में वीरेंद्र कंवर ने कांग्रेस के व‍िवेक


सरवीन चौधरी
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी भी अपनी सीट नहीं बचा सकीं। शाहपुर विधानसभा सीट से उन्हें मेजर विजय सिंह मनकोटिया से सपोर्ट मिला, लेकिन अंत में कांग्रेस उम्मीदवार केवल सिंह पठानिया ने इस बार सरवीन चौधरी को लगभग 12 हजार वोटों से हरा दिया।

राजीव सैजल
कसौली विधानसभा सीट से विधायक और स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल भी हार गए। इस सीट से लगातार तीन चुनाव जीतने के बाद राजीव सैजल को कांग्रेस प्रत्याशी विनोद सुल्तानपुरी ने 7 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव हरा दिया है।

रामलाल मारकंडा
भाजपा की ओर से तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा भी जिला लाहौल स्पीति की एकमात्र सीट का मुकाबला हार गए।

राजेन्द्र गर्ग
जयराम सरकार में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले मंत्री रहे राजेन्द्र गर्ग घुमारवीं विधानसभा सीट से हारे। यहां कांग्रेस के राजेश धर्माणी 5 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की।

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