शिमला टाइम
सीएम जयराम ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि प्रदेश सरकार ने दो साल में कई ऐसे कार्य किए जो पहले न देखे थे न किए थे। शीर्ष प्राथमिकता प्रदेश को गति देना है साथ ही निजी क्षेत्र भी प्रदेश के विकास में योगदान दे। वाइब्रेंट गुजरात की सफलता के बाद अन्य राज्यों ने प्रयास शुरू किए। इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में ग्लोबल इन्वेस्टर मीट का आयोजन 7 व 8 नवंबर को होगा। इनके लिए हैदराबाद, मुम्बई, दिल्ली अहमदाबाद और हिमाचल में रोड शो किए।
सीएम ने कहा कि राज्य में इस तरह के प्रयास पहले नहीं किए गए। जर्मनी, नीदरलैंड और दुबई से प्रदेश में निवेश के लिए प्रयास किए हैं। इस मीट की शुरुआत के लिए पीएम मोदी 7 को धर्मशाला आएंगे जबकि समापन पर गृह मंत्री अमित शाह आएंगे। साथ ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, पीयूष गोयल, प्रह्लाद सिंह व अनुराग ठाकुर भी आएंगे। वहीं यूएई भी इसमें सहयोग करेगा। साथ ही 16 देशों के अम्बेसडर भी शामिल होंगे।
मीट के लिए 85 हजार करोड़ निवेश का लक्ष्य रखा था जो कि अभी तक 83 हजार करोड़ के एमओयू कर दिए गए हैं। निवेश के लिए कई नियमों व नीतियों में भी संशोधन किए गए। मीट के दौरान कुल 8 सत्र होंगे। इस में कई नामी उद्योगपति शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से नकार दिया। कांग्रेस शासित मध्य प्रदेश में भी निवेश मीट की गई और पंजाब भी करने जा रहा है। पूर्व सरकार के समय केवल घूमने फिरने का रस्मी काम किया और रॉड शो किए।
पर्यटन में 15 हजार करोड़, पावर सेक्टर में 28 हजार करोड़, बागवानी क्षेत्र, वैलनेस, फार्मा सहित अन्य उद्योग निवेश के लिए तैयार हैं।