टाले जाएं पंचायत चुनाव या कर्मचारियों की जिम्मेवारी ले आयोग और सरकार: चौहान

शिमला टाइम

हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान महासचिव श्याम लाल हांडा वित्त सचिव देवराज ठाकुर मुख्य संरक्षक अरुण गुलेरिया एवं सभी जिलों के जिलाध्यक्ष , खंड अध्यक्ष , राज्य कार्यकारिणी एवं जिला व खंड कार्यकारिणी ने पंचायत चुनाव की तिथि निर्धारित करने में सरकार व चुनाव आयोग की जल्दी पर कड़ा संज्ञान लिया है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहां है कि इस समय कोविड 19 महामारी का संक्रमण कम्युनिटी लेवल पर चला गया है जिसके मध्यानज़र यह बीमारी हिमाचल प्रदेश में बहुत तेजी से फैल रही है और इस महामारी से बहुत सारी मौतें हो चुकी है और बहुत मरीज इसकी चपेट में आ रहे हैं। ऐसे समय में बहुत एतिहाद की आवश्यकता है क्योंकि यह सुनिश्चित करना अत्यंत कठिन है कि कौन सा व्यक्ति इस महामारी के संक्रमण से ग्रसित है ,ऐसे हालात में पंचायत चुनाव करवाना किसी चुनौती से या यूं कहें खतरे से कम नहीं है।
चौहान ने चिंता जाहिर की कि किसी भी तरह के चुनाव में ज्यादातर या यूं कहें 80% ड्यूटीज शिक्षकों की ही लगती है इसलिए शिक्षकों को सबसे ज्यादा खतरा इस संक्रमण का हो सकता है । चुनाव करवाना इतना सरल नहीं है चुनाव पर लगे अधिकारियों और कर्मचारियों को हर तरह के व्यक्तियों के संपर्क या रूबरू होना पड़ता है इसलिए चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को इस संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा बना रहेगा।

संघ के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने मांग की है कि या तो चुनाव ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों व शिक्षकों को किसी भी तरह के हादसे से या कोविड-19 से मृत्यु या संक्रमण की जिम्मेवारी सरकार वह चुनाव आयोग ले और उस स्थिति में उन्हें मुआवजा देने का ऐलान करें। अन्यथा इन चुनाव को सामान्य स्थिति होने तक टाल दिया जाए।
कड़ाके की सर्दी में कोविड 19 संक्रमण के तेजी से फैलने के पूरे आसार है।ऐसी लिए संघ को चुनाव की स्थिति में शिक्षकों के कोविड-19 से संक्रमित होने की चिंता है और इसी के मद्देनजर संघ अपना पक्ष सरकार व राज्य चुनाव आयोग के समक्ष रख रहा है संघ को उम्मीद है कि उनकी इस वाजिब चिंता पर सरकार वह चुनाव आयोग गौर करेगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *