शिमला टाइम
राज्यसभा सदस्य सुबरमण्यम स्वामी द्वारा डलहौजी का नाम बदलने को लेकर हिमाचल के राज्यपाल को लिखे पत्र के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। NSUI के राज्य महासचिव यासीन बट्ट ने इसको लेकर कड़ी आपति दर्ज करवाई है, NSUI ने प्रदेश सरकार से डलहौजी का नाम बदलने को लेकर कोई निर्णय न लेने की मांग की | बट्ट ने बताया कि कोरोना काल के दौरान पूरे प्रदेश के साथ- साथ डलहौजी शहर व पुरे चंबा जिला मे पर्यटको की आवाजाही न्यूनतम स्तर पर पहुँच गई है, उन्होंने कहा की पर्यटक नगरी भारत के साथ- साथ अन्य देशों मे भी “डलहौजी” के नाम से प्रसिद्ध है, डलहौजी के कारण ही पूरे चंबा जिला के साथ- साथ हिमाचल के पर्यटन को भी नए पंख लगे है, स्थानीय व्यवसायी के साथ- साथ पुरे जिला के लोग भी इसके पक्ष मे नही है। लिहाजा प्रदेश सरकार को स्थानीय लोगो की भावनाओ को भी तरजीह देनी चाहिए।
उन्होंने बताया की नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के नाम से डलहौजी मे सुभाष चॉक व सुभाष बावडी़ पहले ही स्थित है , जहाँ पर उनकी जयंती के दिन अनेको कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते है | चंबा के सभी निवासी सुभाष चन्द्र बोस जी का मान- सम्मान करते है, लेकिन पर्यटक नगरी होने के कारण देश विदेश के लोग यहाँ आते है जिससे पूरे जिला के लोग पर्यटन कारोबारी आजीविका चला रहे है, डलहौजी का नाम बदलने से ना केवल डलहौजी बल्कि चंबा, चुराह व पांगी भरमौर का पर्यटन व्यवसाय प्रभावित होगा |