शिमला; प्रदेश सरकार मेलों और समारोहों में हिमाचली कलाकारों की अनदेखी कर रही है जिससे हिमाचल की नाटी व संस्कृति पर संकट के बादल मंडरा रहे है। हिमाचली कलाकारों रामेश्वर शर्मा व पंकज ठाकुर का कहना है कि बाहरी राज्यों के कलाकारों को प्राथमिकता दी जा रही है। इससे हिमाचली कलाकारों का मनोबल गिर रहा है। हिमाचल प्रदेश में साल भर में कई मेले आयोजित किए जाते हैं जिनमे बाहर से कलाकार बुलाये जाते है या उन्ही कलाकारों को मौका दिया जाता है जिनकी सरकार व अधिकारियों के साथ अच्छी पैठ है।
मेलों व अन्य कार्यक्रमों में हिमाचल के कलाकारों की अनदेखी करके बाहर के कलाकारों को आमंत्रित कर उन पर पैसे लुटाए जाते हैं।
हिमाचली कलाकारों का आरोप है कि मेलों में न तो हिमाचली कलाकरों को उचित मेहनताना दिया जा रहा है और न ही स्टेज पर 2 मिनट से ज़्यादा का समय दिया जाता है।
हिमाचली कलाकारों के साथ अन्याय हो रहा है। बाहरी कलाकारों को लाखों दिए जा रहे हैं जबकि हिमाचल के कलाकारों पर नाममात्र राशि खर्च की जा रही है।
उन्होंने कहा कि जिन कलाकारों के यूट्यूब पर सोसल मीडिया पर लाखों करोड़ों फॉलोवर है उनका ऑडिशन नही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर उनकी बात को सरकार व प्रशासन नही सुनी जाती है तो वे गानो के माध्यम से कलाकारों के साथ हो रहे भेदभाव को उजागर करेंगे।