शिमला टाइम
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आइजीएमसी शिमला में 23 अगस्त को दो किडनी ट्रांसप्लांट होंगी। कोरोना के कारण दो साल बाद मरीजों को इसकी सुविधा मिलेगी।
एम्स दिल्ली से डा. वीके बंसल के साथ डाक्टरों की टीम मरीजों का ट्रांसप्लांट करेगी।अस्पताल में करीब चार किडनी ट्रांसप्लांट हो चुके हैं और पहला वर्ष 2019 में किया गया था। वही आइजीएमसी में सोमवार को चंबा व कुल्लू के दो मरीजों की किडनी ट्रांसप्लांट होंगी। बताया जा रहा है कि दोनों युवकों के पिता उन्हें किडनी देंगे। उनके भी टेस्ट किए जा रहे हैैं। सोमवार सुबह आठ बजे के बाद पहला किडनी ट्रांसप्लांट शुरू किया जाएगा। आइजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू होने से लोगो को भी बड़ी राहत मिलेगी। इससे पहले प्रदेशभर के स्वास्थ्य संस्थानों में यह सुविधा न होने पर मरीजों को अन्य राज्यों का रुख करना पड़ता था। पीजीआइ चंडीगढ़ या एम्स दिल्ली में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मरीज को कई गुना ज्यादा खर्च करना पड़ता है और कई दिन तक अस्पताल में रहना पड़ता है। आइजीएमसी में किडनी ट्रांसप्लांट होने से प्रदेश के मरीजों को बड़ी राहत मिली है। अब उन्हें अन्य राज्यों का रुख नहीं करना पड़ता है।
आइजीएमसी के एमएस डॉ जनकराज ने कहा कि कोरोना के चलते दो सालों से किडनी ट्रांसप्लांट नही किए जा रहे थे लेकिन अब दोबारा से शुरू कर दिया है सोमवार को दो मरीजो का किडनी ट्रांसप्लांट किया जाएगा। किडनी ट्रांसप्लांट के लिए मरीजों के जरूरी टेस्ट किए जा रहे हैं और आपरेशन थियेटर भी तैयार किए जा रहे हैं। यूरोलाजी विभाग एम्स की टीम के साथ समन्वय कर रहा है।