शिमला टाइम
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान 14 की मौत हुई है, जबकि कुछ लोग अभी भी लापता है। भारी बारिश ने सबसे ज्यादा नुकसान लाहौल के उदयपुर में पहुंचाया है जहां अचानक बाढ़ ने दर्ज़न लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। इनमें से 10 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 4 लोग कुल्लू में बह गए है।
हिमाचल सरकार में मुख्य सचिव अनिल खाची ने बताया कि प्रदेश में बारिश से करोड़ों का नुकसान हुआ है। प्रदेश की 387 सड़कें बन्द है। सबसे ज़्यादा 70 सड़कें जिला कुल्लू में बंद है। लेकिन राष्ट्रीय उच्च मार्गों को खोल दिया गया है। 175 जगह पानी की सप्लाई ठप हो गई है। 345 ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए है जिससे कई जगह बिजली गुल है। बीते 24 घंटे के दौरान हिमाचल में 10 घर पूरी तरह ढह गए है जबकि 31 घरों को नुकसान पहुंचा है।
अगले दो दिनों तक हिमाचल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है जबकि उसके बाद भी येलो अलर्ट की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है।

तांदी उदयपुर मार्ग पर तोजिंन नाले के तेज़ बहाव में गाड़ियां बही
जिलाधीश लाहुल स्पिति नीरज कुमार ने बताया कि तांदी उदयपुर मार्ग पर तोजिंन नाले में देर रात भारी बारिश के कारण दो गाड़ियां जिनमें से एक पांगी की तरफ से और दूसरी जालमा की तरफ जा रही थी ये गाडियां नाले में भारी पानी का बहाव होने के कारण बह गई ।
यहीं पर बीआरओ की जेसीबी इन्हें निकालने की कोशिश कर रही थी। लेकिन केवल एक व्यक्ति को मलबे से निकाला गया जिसे कुल्लू अस्पताल रैफर कर दिया गया।
इसके साथ ही दो अन्य व्यक्तियों के शव निकाले है। फिलहाल शव को कब्जें में ले लिया गया है और आगामी कार्रवाई की जा रही है। गाड़ियों के बारे में पता नहीं चल पाया है। बताया जा रहा है कि अभी 10 अन्य लोग लापता हैं।
जिलाधीश नीरज कुमार ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम मंडी से बुलाई गई है। तुरंत ही मलबे में दबे लोगों को निकालने का राहत कार्य शुरू करेंगे।
इसके साथ केलांग से जिस्पा लेह मार्ग भी कई जगह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। हांलाकि वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल लेह आने जाने वालों के लिए किया गया है। मगर इस मार्ग से केवल छोटी गाड़ियां ही निकल सकती है। लेह और मनाली टैक्सी यूनियन से आग्रह है कि मनाली लेह पर वेबजह सफर करने से परहेज करें।
बीआरओ सड़कों को खोलने में लगी है। जिला प्रशासन ने हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।