शिमला एमए
प्रदेश में बीते कल से भारी बर्फबारी का दौर जारी है। भारी बर्फबारी के बाद राजधानी शिमला में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। शिमला शहर की सड़कें बन्द हो गई है। बिजली व पानी की परियोजनाएं भी ठप्प पड़ गई हैं। वन्ही शिमला घूमने आए पर्यटकों की गाड़ियां भी बर्फबारी में फंस गई है। जिससे जो लोग शिमला से आज वापिस लौटना चाहते थे वह बर्फबारी में फंस गए हैं। बर्फबारी के कारण प्रदेश में 3 एनएच एक स्टेट हाई वे समेत कुल 681 छोटी बड़ी सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई है जबकि 961 बिजली और 100 के लगभग पानी की स्कीमें बाधित हो गई है।शिमला शहर समेत जिला की ऊपरी क्षेत्रों की सड़कें ठप्प हैं।जिला के खदराला में सबसे ज्यादा 48 सेंटीमीटर बर्फ़ गिर चुकी है।
भारी बर्फबारी से शिमला सहित अन्य पर्वतीय जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सड़के बंद होने के कारण लोग पैदल चलने को मजबूर है। बर्फबारी का लुत्फ उठाने आए पर्यटकों के कारण कारोबारियों को भी बड़ी राहत मिली है। जबकि किसान बागवान भी अच्छी बर्फ़बारी से खुश हैं।राज्य में भारी बर्फबारी के कारण अप्पर शिमला सहित सैंकड़ों गांवों का जिला मुख्यालयों से संपर्क टूट गया है। जिसके कारण लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
शिमला जिला प्रशासन ने सड़कों को खोलने के लिए जेसीबी व अन्य मशीनरी तैनात की गई है और सड़कों से बर्फ को हटाया जा रहा है। लेकिन बर्फ के लगातार गिरने से सड़कों को बहाल करने में दिक्कतें आ रही है। शिमला के खदराला में सबसे ज्यादा 48 सेंटीमीटर बर्फबारी हो चुकी है जबकि शिलारू में 30 cm,चौपाल में 25.4 cm और शिमला शहर में 21.2 सेंटीमीटर बर्फबारी हो चुकी है।इसके अलावा चंबा के डलहौज़ी में 30 cm और मनाली में 20 सेंटीमीटर बर्फ गिर चुकी है।