NPS कर्मचारियों पर की गई FIR को वापस ले सरकार, शांति पूर्ण प्रदर्शन को पुलिस ने खुद 103 में रोक कर आम जनता को भी परेशान किया: संयुक्त कर्मचारी महासंघ

शिमला टाइम
3 मार्च को विधानसभा के बाहर न्यू पेंशन कर्मचारियों के द्वारा पुरानी पेंशन की मांग को लेकर किए गए शांति पूर्वक प्रदर्शन पर जिस तरह से हिमाचल सरकार व हिमाचल प्रदेश पुलिस ने कर्मचारियों के साथ बर्ताव किया उसकी हिमाचल प्रदेश संयुक्त कर्मचारी महासंघ कड़े शब्दों में भर्त्सना की है और साथ ही इसे गैर जिम्मेदाराना वह कर्मचारी विरोधी कृत्य करने का आरोप भी हिमाचल सरकार पर लगाया है। साथ ही मांग की है कि जिन 26 कर्मचारियों के ऊपर FIR की गई है उसे सरकार तुरंत वापस करें और पुरानी पेंशन बहाली के लिए बात करें।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान, महासचिव हीरालाल वर्मा, मुख्य संगठन सचिव कुलदीप खरवाड़ा, मुख्य सलाहकार विनोद कुमार ठाकुर, उपाध्यक्ष नरेश कुमार, अरविंद मेहता, मनोज शर्मा, यशवंत कंवर, दिनेश नेगी, वित्त सचिव खेमेंदर् गुप्ता , सलाहकार सरोज मेहता संगठन सचिव शमशेर सिंह ठाकुर ,चितरंजन महंत ,सह सचिव चमन ठाकुर, समर चौहान, दिनेश शर्मा, सुनील चौहान , तिलक नायक, प्रेस सचिव भूपेश शर्मा तथा मीडिया सचिव सचिन जसवाल, सुरेंद्र शर्मा ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि सरकार द्वारा कर्मचारी विरोधी दमनकारी नीतियों का संघ पुरजोर विरोध करता है और इस तरह के हथकंडे अपनाकर कर्मचारियों की आवाज को दबाने का जो प्रयास किया जा रहा है। उसके खिलाफ संयुक्त कर्मचारी महासंघ प्रदेश व्यापी आंदोलन शुरू करेगा और पेंशन बहाली की इस मुहिम में अपना पूर्ण योगदान देगा उक्त नेताओं ने कहा कि 3 तारीख को हिमाचल प्रदेश के कर्मचारी हजारों की संख्या में मुख्यमंत्री से पेंशन बहाली की मांग को लेकर आए थे लेकिन बदले में उन्हें लाठियां बरसाई गई और पानी की बौछारें भी डाली गई। साथ ही साथ शांतिपूर्ण मार्च को रोकने के लिए पुलिस ने खुद सड़क को बंद किया और FIR कर्मचारियों के ऊपर की गई जिसका हिमाचल का हर कर्मचारी एवं जनता विरोध कर रही है इसलिए हिमाचल सरकार को तुरंत FIR वापस लेकर कर्मचारी हितैषी होने का उदाहरण प्रस्तुत करने का एक सुनहरा मौका है।

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