जसवां परागपूर विधानसभा क्षेत्र के अलोह में सुनी जनसमस्याएं
शिमला टाइम
हिमाचल प्रेदश अपने कला कौशल और पारंपरिक हस्तशिल्प एवं हथकरघा कौशल के लिए विश्व प्रसिद्ध है। अतः प्रदेश में हस्तशिल्प एवं हथकरघा उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए जयराम सरकार संकल्पबद्ध है। जसवां परागपुर विधानसभा क्षेत्र के अलोह में जनसंवाद स्थापित करते हुए उद्योग व परिवहन मंत्री बिक्रम ठाकुर ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा हस्तशिल्प कलाओं के संरक्षण के लिए प्रदेश भर के पारम्परिक हस्तशिल्पियों, बुनकरों व अन्य कारीगरों को समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में 108 प्रशिक्षण केन्द्र चलाए जा रहे हैं जिनमें प्रशिक्षणार्थियों को प्रतिमाह प्रदान की जाने वाली राशि को 950 रूपये से बढ़ाकर 2400 रूपये किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्रदान करने वाले प्रशिक्षकों को दिए जाने वाले मानदेय को भी 5000 रूपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 7500 रूपये प्रतिमाह किया गया है। साथ ही प्रशिक्षण प्राप्त करने के उपरांत सभी प्रशिक्षणार्थियों को सरकार द्वारा खड्डियां व टूलकिट मुफ्त बांटी जाती है। उन्होंने बताया कि इस अवधि में केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के अंतर्गत विभिन्न कलाओं में 279 प्रशिक्षण केन्द्र चलाए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 4000 बुनकरों और कारीगरों को प्रशिक्षित किया गया है। उद्योग मंत्री ने बताया कि इसी प्रकार कईं अन्य सहायताएं भी हथकरघा उद्योगों को उपलब्ध करवाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल की पहचान और कौशल को विश्व में स्थापित करने में यह हस्तशिल्प और हथकरघा उद्योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
इस अवसर पर उद्योग मंत्री ने अलोह में विभिन्न नुक्कड़ सभाओं के माध्यम से लोगों की समस्याओं को विस्तार से सुना। बिक्रम ठाकुर ने जनसमस्याओं को सुनते हुए अधिकतम का मौके पर निपटारा किया और शेष के समयबद्ध निवारण हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए।