शिमला टाइम
कोविड-19 महामारी के कारण लागू लाॅकडाउन के दौरान बच्चों की शिक्षा पर कोई विपरीत प्रभाव न पड़े, इसके लिए प्रदेश सरकार ने कई कदम उठाए हैं। टीवी चैनल दूरदर्शन शिमला तथा समय दस से बारह वाला, हर घर बने पाठशाला जैसे नए कार्यक्रम तैयार कर सोशल मीडिया माध्यमों से बच्चों को घर बैठे ही पढ़ाई करवाई जा रही है। हमीरपुर जिला में भी यह अभियान सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है।
जिला की सभी राजकीय पाठशालाओं को इसके अंतर्गत जोड़ा जा चुका है। इनमें प्रथम कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के बच्चों को अलग-अलग समयावधि में ऑनलाईन शिक्षा प्रदान की जा रही है। हर घर बने पाठशाला के अंतर्गत प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा 9 अप्रैल, 2020 से तथा उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा 14 अप्रैल, 2020 से ऑनलाईन शिक्षा यहां प्रारंभ की गई। पहली से आठवीं कक्षा के बच्चे प्रातः 9.00 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक तथा 9वीं, 10वीं एवं 12वीं कक्षा के बच्चे प्रातः 10.00 बजे से दोपहर बाद 1.00 बजे तक व्हाट्सऐप ग्रुप पर मिलने वाले पाठ्यक्रम से शिक्षकों की सहायता से पढ़ाई कर रहे हैं। हर घर पाठशाला कार्यक्रम में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव संबंधी उपयोगी जानकारियां एवं सूचनाप्रद वीडियो भी उपलब्ध करवाए गए हैं।
टीवी चैनल दूरदर्शन शिमला पर हिमाचल में ज्ञानशाला, हर घर पाठशाला कार्यक्रम के अंतर्गत प्रातः 10.00 से दोपहर बाद 1.00 बजे तक 10वीं व 12वीं कक्षाओं के बच्चों के लिए शैक्षणिक गतिविधियां चलाई जा रही हैं। इसमें विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रम को आसान विधि से समझाया जाता है। जिला मुख्यालय के समीप स्वाहल गांव की नंदिनी ने बताया कि वह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (कन्या) हमीरपुर में दसवीं कक्षा की छात्रा हैं। पूर्णबंदी के कारण उन्हें घर में रहना पड़ रहा है, मगर टीवी के माध्यम से पढ़ाई की अच्छी पहल सरकार ने की है। इससे अब वे घर पर ही बेहतर ढंग से पढ़ाई कर पा रही हैं और इसके लिए प्रदेश सरकार का आभार भी जताती हैं।
इसी गांव की डीएवी हमीरपुर की 11वीं कक्षा की छात्रा अदिति तथा पांचवीं कक्षा की छात्रा दिव्यांशी टेबलेट एवं मोबाइल के माध्यम से व्हाट्सऐप पर पढ़ाई कर रही हैं।
जिला हमीरपुर में 95 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक, 66 उच्च, 115 माध्यमिक एवं 476 प्राथमिक पाठशालाओं को इन कार्यक्रमों से जोड़ा गया है। शिक्षक वर्ग इसमें छात्रों की शंकाओं का भी निवारण करते हैं। सभी शिक्षक हर घर पाठशाला की दैनिक शैक्षणिक गतिविधियों का ब्यौरा संबंधित बीआरसी के माध्यम से शिक्षा विभाग को प्रेषित कर रहे हैं। इससे इन कार्यक्रमों की निगरानी भी सुदृढ़ हुई है