शिमला टाइम
सयुंक्त कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष ने सरकार पर कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। जो कर्मचारी अपने हक़ की आवाज उठा रहे हैं उन्हें ट्रांसफर के तोहफे दे रही है। वीरेंद्र चौहान ने कहा कि उन्हें चम्बा ट्रांसफर किया गया है लेकिन वह इससे डरने वाले नही है उनका संघर्ष जारी रहेगा।
वीरेन्द्र चौहान ने शिमला में कहा कि सरकार कर्मचारियों को पंजाब की तर्ज पर वेतनमान देने में असफल रही हैं। वह इसके खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं लेकिन सरकार ने बदले।की कार्यवाही कर उन्हें चम्बा ट्रांसफर कर दिया। वह इससे घबराने वाले नही हैं। सरकार कर्मचारीयों को दबा रही है। कर्मचारी नेताओं को पांच साल बाद दोबारा चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जा रही है यह रूल नेताओं पर भी लागू होना चाहिए। मुख्यमंत्री को भी दोबारा चुनाव नहीं लड़ना चाहिए। चौहान ने कहा कि कर्मचारी डरने वाले नही हैं जब तक उन्हें उनका हक नही मिलता वह यह लड़ाई लड़ते रहेंगे। पूरे प्रदेश में इसके।लिए आंदोलन की अलख जलाएंगे।