शिमला टाइम
विधानसभा चुनाव नजदीक है। प्रदेश की राजनीति में आरोप प्रत्यारोप की राजनीति भी चरम पर है। आजादी के अमृत महोत्सव पर प्रदेश सरकार अनेक कार्यक्रम कर रही हैं। कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने इसे चुनावी रैलियाँ बताकर सरकारी पैसे का दुरुपयोग बताया है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि पूर्व की सरकारों में ऐसा कभी नहीं हुआ जयराम सबसे खर्चीले सीएम साबित हुए हैं। पांच साल में उन्होंने अपने दोस्तों के लिए हजार से ज्यादा गाड़ियां खरीद ली. जयराम क्षेत्रवाद की राजनीति करते हैं। जिन लोगों का आज़ादी में कोई योगदान नहीं रहा है उनका भाजपा द्वारा आयोजित आज़ादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रमों में जिक्र किया जा रहा है जबकि असली स्वतंत्रता सेनानियों के कही जिक्र नहीं हो रहा है। भाजपा के हारे नकारे लोगों को मंचों पर बैठाया जा रहा है जबकि कांग्रेस के चुने हुए विधायकों को बुलाया तक नहीं जा रहा है। भाजपा अमृत महोत्सव के नाम पर चुनावी रैलियां कर रही है। मुख्यमंत्री इस गलतफहमी में है कि जो इन कार्यक्रम में भीड़ जुट रही है उसे वे वोट में बदलेंगे तो वो मुंगेरीलाल के हसीन सपने देख रहे हैं। धूमल और शांता कुमार ने कभी भी क्षेत्रवाद की राजनीति नहीं कि जबकि जयराम ठाकुर केवल धर्मपुर सराज तक ही सोच रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी सरकार की फिक्र करनी चाहिए न कि कांग्रेस की गारंटियों की। आज हर वर्ग सरकार से परेशान हैं। महँगाई आसमान छू रही है। कांग्रेस पार्टी ने तथ्यों के अध्ययन करके ही लोगों को राहत देने के लिए 10 गारंटी दी है जिन्हें सत्ता में आने पर लागू किया जाएगा। बीजेपी को अपनी चिंता करनी चाहिए।