शिमला टाइम
आजाद भारत के प्रथम मतदाता 106 वर्षीय श्याम शरण नेगी का देहांत आज प्रातः लगभग 3 बजे उनके कल्पा स्थित निवास स्थान पर हुआ। श्याम शरण नेगी पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे जिस वजह से उन्होंने अपना मतदान भी 02 नवंबर को पोस्टल बैलट के माध्यम से किया था।
श्याम शरण नेगी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ रिकांगपिओ के पोवारी में सतलुज नदी के तट पर किया गया। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक, पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल, एसडीएम कल्पा डॉ मेजर शशांक गुप्ता सहित अन्य अधिकारी उनके निवास स्थान पहुंचे और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया। इसके पश्चात सभी उनकी अंतिम यात्रा में भी शामिल हुए। पुलिस के जवानों द्वारा हवाई फायर करके उन्हें सलामी दी गई।
श्याम शरण नेगी ने हर चुनाव में मतदान किया था। इस बार उन्होंने 34 वीं बार अपने मत का प्रयोग किया था। श्याम शरण नेगी सभी को वोट करने के लिए प्रेरित करते थे और युवाओं के लिए वह एक प्रेरणा स्त्रोत थे।
इस अवसर पर उपायुक्त ने कहा कि यह दुखद समाचार और यह पूरे भारत के लिए दुखद क्षण हैं। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन ने श्याम शरण नेगी के अंतिम संस्कार के लिए पूरा प्रोटोकॉल रखा और उन्हें पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। उन्होंने बताया कि इस विधानसभा चुनाव के लिए भी उनकी पोलिंग स्टेशन पर जाकर मतदान करने की इच्छा थी परन्तु स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण गत 02 नवंबर को उन्होंने अपने निवास स्थान कल्पा से पोस्टल बैलट के माध्यम से मतदान किया था।
इस दौरान सामान्य चुनाव पर्यवेक्षक तरुण राठी एवं व्यय पर्यवेक्षक मेघा भार्गव भी उपस्थित रहे। उन्होंने भी श्याम शरण नेगी को पुष्पांजलि अर्पित की और दिवंगत आत्मा की शांति की प्रार्थना की।