शिमला टाइम
जहां एक ओर एनजीटी ने भवन निर्माण की अधिकतम सीमा ढाई मंजिल निर्धारित की है वहीं दूसरी ओर शहर में धड़ल्ले से 5 – 6 मंजिलो का निर्माण टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के इशारों पर धड़ल्ले से चला हुआ है। ऐसा एक मामला भट्टाकुफर शहर का है जहां पर एक शिक्षिका शांडिल निवास मेन बाजार भट्टाकुफर ने पांचवी मंजिल में छत का निर्माण कार्य चला रखा है। जिससे साथ में रहने वाले पड़ोसियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। एक ओर जहां शिक्षिका ने बिना सेट बैक छोड़े दूसरों की जमीन पर 5 मंजिला भवन खड़ा कर दिया। वहीं बार-बार टाउन एंड कंट्री प्लानिंग को इसकी शिकायत करने पर भी निर्माण कार्य नहीं रोका गया। अब उसने पांचवी मंजिल पर छत का कार्य पिछले कल से शुरू कर दिया है। इस संदर्भ में जब टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने किसी भी तरह का सकारात्मक जवाब नहीं दिया। स्टेट टाउन प्लानर से जब बात की गई तो उन्होंने इस कार्य को बंद करवाने के लिए आनाकानी करनी शुरू कर दी और कॉल उठाना बंद कर दिया। इससे सिद्ध होता है कि शहर में जो अनऑथराइज्ड कंस्ट्रक्शन चल रही है। उसमें टाउन एंड कंट्री प्लानिंग मिला हुआ होता है। इन्हीं के इशारों से शहर में बिना अप्रूवल के 5- 6 मंजिलों के भवन आज भी बन रहे हैं इसके लिए सरकार को अधिकारियों की जवाबदेही तय कर कार्रवाई करने की आवश्यकता है अन्यथा एनजीटी के द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है और एन जी टी के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है।
इस संदर्भ में एनजीटी के नियमों की अवहेलना होने पर न्यायालय में याचिका दायर की जाएगी।
यह शिकायत स्थानीय निवासी वीरेंद्र चौहान द्वारा की गई है क्योंकि इस भवन के निर्माण से जहां एक ओर उनका रास्ता बंद कर दिया गया है । वहीं उनकी जमीन में भी रीना शांडिल ने निर्माण कार्य किया गया है जिसकी उन्होंने बार-बार टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारियों से शिकायत की थी। इसके बावजूद भवन कार्य नहीं रुकने के बजाये यहां पर 6 मंजिला भवन खड़ा हो गया है। जिसकी जवाब देही टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के अधिकारियों की है। सरकार और प्रशासन ऐसे भवनों पर तुरंत कार्रवाई कर ऐसे कार्य को रोकने का काम करें अन्यथा शहर में बहुत ही विचित्र स्थिति हो जाएगी । यहां पर धूप पानी और रास्ते की दिक्कते हो रही है स्थानीय लोगों को उसका सामना करना पड़ रहा है।