शिमला टाइम, उदयपुर/ शिमला
घरेलू हिंसा के मामले में हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्रसिंह के पुत्र एवं वहां के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह शनिवार को अदालत में उपस्थित हुए। उनके खिलाफ उनकी पत्नी सुदर्शना सिंह ने एसीजेएम क्रम-2 में घरेलू हिंसा तथा पारिवारिक न्यायालय में भरण पोषण का परिवाद दायर कर रखा है।
परिवादी सुदर्शना सिंह चुण्डावत निवासी आमेट की हवेली, उदयपुर के वकील भंवरसिंह देवड़ा ने बताया कि पारिवारिक न्यायालय में पेश भरण पोषण के मामले में उन्होंने प्रतिमाह पांच लाख रुपए देने की मांग कर रखी है। इससे पूर्व विक्रमादित्य सिंह और उनका परिवार घरेलू हिंसा मामले में 13 जनवरी को कोर्ट में पेश नहीं हुए थे। सुदर्शना सिंह के परिवाद पर पारिवारिक न्यायालय में विक्रमादित्य सिंह शनिवार को पेश हुए और न्याय मित्र के लिए प्रार्थना पत्र पेश किया। इस पर वादिया सुदर्शनासिंह की ओर से जवाब के लिए समय चाहे जाने पर पारिवारिक न्यायालय ने अगली पेशी 18 मार्च रखी गई। इसी तरह अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम-2 अदालत में पेश घरेलू हिंसा मामले में भी विक्रमादित्यसिंह अपने अधिवक्ता दुर्गासिंह शक्तावत के साथ उपस्थित हुए और प्रोटेस्ट एप्लीकेशन पेश की। इस पर समझाईश के लिए एक मौका देते हुए आगामी 10 फरवरी की तारीख नियत की। इसके अलावा मामले में अगली सुनवाई के लिए अगली पेशी 18 मार्च को रखी है।
बता दें सुदर्शनासिंह ने अपने पति हिमाचल प्रदेश के बुशहर शिमला राजघराने के सदस्य एवं लोक निर्माण विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह के खिलाफ पेश भरण पोषण के लिए परिवाद दायर किया जबकि पति विक्रमादित्य सिंह, सास व हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभासिंह, ननद अपराजितासिंह, ननदोई अंगद सिंह के खिलाफ 17 अक्टूबर 2022 को घरेलू हिंसा मामले में परिवाद दर्ज करवाया था। विक्रमादित्य ने सुदर्शना सिंह से वर्ष 2019 में विवाह किया था।