दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाली आबादी के स्वास्थ्य की देख रेख करेगा ‘जीवन धारा मोबाइल हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर’

शिमला टाइम

प्रदेश सरकार जनसाधारण को निःशुल्क, सुगम और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिए कृत संकल्पित है। स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा दूरदराज, दुर्गम, गैर-सेवा वाले और अनछुए क्षेत्रों में रहने वाली आबादी के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की एक पूरी श्रृंखला प्रदान करने के उद्देश्य से “जीवन धारा” मोबाइल हेल्थ और वैलनेस केन्द्रों को संचालित किया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, आयुर्वेद मंत्री डॉ. राजीव सैजल की उपस्तिथि में हिमाचल प्रदेश की जनता के लिए जीवन धारा मोबाइल स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र के रूप में 10 मेडिकल मोबाइल यूनिटों को हरी झंडी दिखाई, ये मेडिकल मोबाइल इकाइयाँ हिमाचल प्रदेश के दूरदराज क्षेत्रों में जाकर मुफ्त सेवाएं प्रदान करेंगी।
प्रदेश के सात जिलों के लिए MMU लॉन्च किए गए हैं , जिनमें चंबा को 1, कांगड़ा- 2, कुल्लू- 1, मंडी- 2, शिमला- 2, सिरमौर- 1, सोलन- 1 वाहन उपलब्ध करवाए गए हैं। इन “जीवन धारा” मोबाइल हेल्थ और वैलनेस केन्द्रों के संचालन के लिए मै.एस.जी.एंटरप्राइजिज ,बी.-107, रैड ट्यूलिप, डी.बी. सीटी, सचिन तेंदुलकर मार्ग मध्य प्रदेश-एस.जी. एंटरप्राइजिज के साथ एम.ओ.यू. साइन किया गया है तथा इनके द्वारा प्रत्येक दल में एक चिकित्सा अधिकारी सहित 1 फार्मेसिस्ट, 1 लैब तकनीशियन 1 चालक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तैनात होंगे। यह दल उप केंद्र में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी/एएनएम – स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र टीम के साथ समन्वय करेंगे।

एक जीवन धारा मोबाइल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में कार्य करेगा और ये स्वास्थ्य व कल्याण केंद्र निःशुल्क डॉक्टरी परामर्श, ग़ैर संचारित रोगों की जाँच (मधुमेह, उच्च रक्तचाप व अन्य ) उनका निदान, प्रयोगशाला जाँच, स्क्रीनिंग, औषधि वितरण, उपचारात्मक सेवाएं, सूचना, शिक्षा एवं सम्प्रेषण सेवाएं उपलब्ध करवाएंगे।

जीवन धारा संचालन के क्षेत्र में रूटीन प्रसवपूर्व जांच के अलावा बाह्य रोगी सेवाएं प्रदान करेगी। जहाँ तीव्र चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होगी, जीवन धारा उस स्थल पर पहुंच कर देखभाल की सेवाएं प्रदान करेगी और रोगी रेफरल सेवाओं को व्यवस्थित किया जाएगा। जीवन धारा प्रदेश वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करवाने के लिए निश्चित रूप में एक मील का पत्थर साबित होगी।
इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री महोदय ने प्रदेश सरकार को क्षय मुक्त करने के संकल्प को सुदृढ़ करते हुए “मुख्यमंत्री क्षय रोग निवारण योजना” के तहत प्रदेश के छ: ज़िलों में क्षय रोग के प्रभावी पर्यवेक्षण और निगरानी के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इनमें लाहौल स्पिति जिला में केलोंग , किन्नौर के रिकोंगपियो, चम्बा में तिस्सा, सिरमौर के शिलाई, शिमला के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल और सोलन के लिए एक-एक वाहन दिए गये। इन वाहनों में पर्यवेक्षण और निगरानी दल द्वारा टी.बी. के सक्रिय रोगियों की तुरंत पहचान व उनके सैम्पल को एकत्र करने में सुगमता होगी। प्रदेश सरकार के अथक प्रयास राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर तय लक्ष्य समय सीमा से पूर्व टी.बी. मुक्ति की और अग्रसर करने के लिए प्रभावी रूप से सार्थक सिद्ध होंगे।

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